गढ़वा जिले के चर्चित चिनिया थाना के झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य अयुब मंसुरी हत्याकांड का पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है. इस हत्याकांड में शामिल तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनमें चिनिया थाना के सेमरटांड़ निवासी फूल मोहम्मद अंसारी का पुत्र सद्दाम अंसारी, धुरकी थाना के करवा पहाड़ निवासी मुस्लिम अंसारी का पुत्र शमशाद अंसारी और तेजु कोरवा का पुत्र उदय कोरवा के नाम शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से दो बाइक, तीन मोबाइल, घटना के दौरान पहना हुआ उनका एक सेट कपड़ा, बाइक का टूटा हुआ एक नंबर प्लेट बरामद किया है. बुधवार को इसकी जानकारी देते हुए एसडीपीओ सुदर्शन कुमार आस्तिक ने कहा कि चिनिया पंचायत के वर्तमान मुखिया पति सह झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य अयूब मंसुरी की हत्या जमीनी विवाद एवं अवैध संबंध के कारण हुई है. इसका खुलासा गिरफ्तार अपराधियों ने किया है. तीनों अपराधियों ने गिरफ्तारी के बाद अपना अपराध भी कबूल कर लिया है.
20 अक्टूबर को हुई थी अयूब की हत्या
एसडीपीओ ने कहा कि अयूब मंसुरी की हत्या 20 अक्टूबर को संध्या 7.30 बजे चिनिया बाजार में गोली मारकर कर दिया गया था. इसके बाद पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा के निर्देश पर विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया. इसके बाद से गठित टीम द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार छापामारी कर रही थी. अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर ग्रामीण आंदोलन कर रहे थे. इसी क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया. एसडीपीओ ने बताया कि हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर है. उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उसने ही गोली मारकर अयूब मंसुरी को हत्या कर दी थी. एसडीपीओ ने कहा कि गिरफ्तार तीनों अपराधियों का पूर्व में अपराधिक इतिहास रहा है. उन्होंने कहा कि सद्दाम अंसारी पर चिनिया, भंडरिया, रमकंडा, मेराल एवं धुरकी थाना में एक दर्जन अपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि शमशाद अंसारी पर चिनिया एवं रमना थाना में तीन मामले दर्ज हैं. वहीं उदय कोरवा पर धुरकी और चिनिया थाना में तीन अपराधिक मामले दर्ज हैं. सभी पर 27 आर्म्स एक्ट लगा हुआ है. छापामारी दल में एसडीपीओ सुदर्शन कुमार आस्तिक के अलावा पुलिस निरीक्षक रामजी महतो, चिनिया थाना प्रभारी विरेंद्र हांसदा, रमकंडा थाना प्रभारी शिवलाल कुमार गुप्ता, धुरकी थाना प्रभारी सदानंद कुमार, एसआई श्रवण कुमार, दयानंद यादव, पिंकू कुमार सहित पुलिस जवान शामिल थे.