जमशेदपुर: शहर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के पटेलनगर नीतिबाग कॉलोनी में बीते दिनों गैंगस्टर अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे गिरोह के बीच हुए गैंगवार गोली कांड में शामिल छह अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल भेजे गए अपराधियों में राकेश राय उर्फ कल्लू, नारायण ठाकुर, अनुराग कुमार गौतम, अजय कुमार उर्फ अप्पू राय, पंकज दुबे और राजा शामिल है. गौरतलब है कि 29 अप्रैल की रात करीब 11 बजे सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह स्थित नीतिबाग कॉलोनी के पास अखिलेश सिंह गिरोह के लोगों पर गोलियां चलायी गयी थी. जिसमें अखिलेश सिंह गिरोह का मुख्य शूटर कन्हैया सिंह सहित कई घायल हो गये थे.
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी को किया गिरफ्तार:-
गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की घटना में शामिल सभी अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के द्वारा किए गए पूछताछ में सभी अपराधियों ने गोली चलाने की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर लिया। पूछताछ में कल्लू राय ने बताया है कि कन्हैया सिंह कई दिनों से फोन और व्हाट्सएप पर उसे धमकी दे रहे थे। घटना वाले दिन भी उन लोगों से फोन से बात हुई। फोन पर बहस हुई और फिर कन्हैया सिंह ने धमकी दी कि वह लोग उससे निपटने आ रहे हैं। कन्हैया सिंह अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो पर पटेल नगर स्थित कल्लू राय के ऑफिस पहुंच गया। जहां पहले से रोड पर घात लगाए बैठे कल्लू राय के साथियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दिया। इधर कन्हैया सिंह ने दर्ज मामले में पुलिस को बताया है कि बुधवार की रात पौने दस बजे दारोगा कालिका राय के बेटे कल्लू राय का फोन मुझे आया। कल्लू वर्तमान में सुधीर दुबे गैंग के लिए काम करता है। कल्लू ने मुझे पुराना विवाद के लिए पटेलनगर स्थित अपने कार्यालय बुलाया। पटेल नगर के नीतिबाग कॉलोनी के राजेश उर्फ कल्लू राय के ऑफिस के पास पहुंचे। गाड़ी में मेरे साथ सचिन, सोमनाथ, राज कुमार, विक्रम सिंह, सोनू सिंह था। मैने अपने भतीजा भुइयांडीह निवासी अंशू चौहान को भी वहां पर फोन पर बुलाया था। कल्लू के ऑफिस के पास पहुंचने के बाद स्कॉर्पियो रोकी। मैं आगे सीट से नीचे उतरा, तभी पीछे सीट पर बैठा सचिन भी तुरंत उतर गया। कार से उतरते ही प्लानिंग बनाकर रखे सुधीर दुबे, कल्लू राय, राजा दूबे, सूरज यादव, राजीव राम और अन्य लोगों ने अंधाधुंध फायरिग की। जिसमें मैं, सोमनाथ सिंह, सचिन सिंह, राज कुमार मंडल, विक्रम मिश्रा और अंशु चौहान घायल हो गए। जबकि सोनू सिंह को गोली छूकर निकल गई है। बजरंग टोला का आशीष तिवारी बाल-बाल बच गया।
पहले दोस्ती अब एक दूसरे के खून के प्यासे
बक्सर के सुधीर दुबे ने हजारीबाग जेल से छूटने के बाद दुमका जेल में बंद अखिलेश सिंह के खिलाफ बड़ा गिरोह तैयार किया था. उसने अखिलेश सिंह की हत्या के लिए पांच हथियार खरीदे थे. इनमें दो बरेटा और दो सीजेड कंपनी की पिस्तौल हैं. उसने नागालैंड से साढ़े तीन-तीन लाख रुपये में दो एके-47 खरीदे हैं. सुधीर दुबे पहले अखिलेश सिंह गिरोह का सदस्य था. उसके लिए कई हत्याएं की. लेकिन हजारीबाग जेल जाने के बाद उसने अपना नया गिरोह खड़ा कर लिया. पिछले जनवरी महीने में जमशेदपुर पुलिस के द्वारा तीन दिनों के रिमांड पर लिए गये पलामू जिले का अपराधी सुजीत सिन्हा ने पुलिस के सामने यह खुलासा किया था. सुधीर दुबे के खिलाफ सोनारी निवासी अमित सिंह की हत्या, साकची में अमित सिंह पर फायरिंग समेत एक दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह अखिलेश सिंह का करीबी था,लेकिन जेल से रिहाई के बाद उसके तेवर बदल गये.
शहर में गैंगवार की बढ़ी आशंका
गैंगस्टर अखिलेश सिंह और सुधीर दुबे गिरोह के बीच हुई गोलीबारी के बाद शहर में गैंगवार की आशंका बढ़ गयी है. आनेवाले समय में गैंगवार की घटना हो सकती है. जमशेदपुर पुलिस के लिए आनेवाला समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है. गौरतलब है कि 29 अप्रैल की रात करीब 11 बजे सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुइयांडीह स्थित नीतिबाग कॉलोनी के पास अखिलेश सिंह गिरोह के लोगों पर गोलियां चलायी गयी थी. अखिलेश गिरोह से अलग हटकर गिरोह बनाने वाले सुधीर दुबे ने यह फायरिंग की थी. जिसमें अखिलेश सिंह गिरोह का मुख्य शूटर कन्हैया सिंह सहित कई घायल हो गये थे.