रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल करते हुए पार्टी आलाकमान ने अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव को हटा दिया है। उनकी टीम में कार्यकारी अध्यक्ष रहे राजेश ठाकुर को झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष बनाया गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र जारी कर बताया है कि केंद्रीय अध्यक्ष की सहमति से राजेश ठाकुर को यह जिम्मेदारी दी गई है। इसके साथ ही सांसद गीता कोड़ा, विधायक बंधु तिर्की, जलेश्वर महतो और शहजादा अनवर को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव के साथ ही कार्यकारी अध्यक्ष डा. इरफान अंसारी, संजय पासवान, केशव महतो कमलेश और मानस सिन्हा को भी जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। वेणुगोपाल ने पिछले सभी अधिकारियों के कार्यकाल की सराहना की है। राजेश ठाकुर कार्यकारी अध्यक्ष से प्रदेश अध्यक्ष के पद पर प्रोन्नत हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआइ से राजनीति से शुरू की है।
दिल्ली में वह एनएसयूआइ के प्रमुख पदों पर रहे। वह झारखंड के पूर्व राज्यपाल सैयद सिब्ते रजी के विशेष कार्य पदाधिकारी भी रह चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद राजेश ठाकुर ने कहा कि वे आलाकमान की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह को इसके लिए धन्यवाद दिया है।
राष्ट्रवाद की बात करने वाली भाजपा फैलाती है सांप्रदायिकता : रामेश्वर उरांव
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष व राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ राष्ट्रवाद की बात करती है, लेकिन पूरे देश में संप्रदायवाद का जहर फैलाने का काम करती है। उरांव चार दिवसीय दिल्ली दौरे से लौटने के बाद आज रांची एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने एसटी-एससी और ओबीसी को चिढ़ाने का काम किया है, उनके हित और सामाजिक विकास को लेकर कोई कदम नहीं उठाया।