दिल्ली, पंजाब और केरल में काेराेना की दूसरी लहर शुरू हाे गई है। दिल्ली में 15 दिन के भीतर एक लाख से ज्यादा मरीज मिले हैं। बुधवार को सबसे ज्यादा मौत भी हुई। केरल की भी ऐसी ही हालत है। इसे देखते हुए झारखंड सतर्क हो गया है। अब सरकार छठ के बाद राज्य में बड़े पैमाने पर जांच अभियान शुरू करेगी। स्वास्थ्य विभाग 5 से 10 लाख लाेगाें की जांच कराएगी। ये जांच रैपिड एंटीजन, आरटी-पीसीआर और ट्रूनेट से हाेगी।
विशेषज्ञाें का कहना है कि त्योहारी सीजन के कारण लोग जांच के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। अब इस जांच अभियान की रिपाेर्ट से ही राज्य में काेराेना की सही स्थिति का पता चलेगा।
राज्य में 26 अक्टूबर से 1 नवंबर के बीच प्रति 10 लाख आबादी पर 7604 टेस्ट किए गए थे। पिछले सप्ताह 9 से 15 नवंबर के बीच यह घटकर 4269 पर आ गई। टेस्ट कम हाेने से राज्य में काेराेना मरीजाें की संख्या भी घटी। अब त्याेहारी सीजन में लाेगाें के आपसी मेलजाेल से काेराेना केस बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
डेढ़ महीने बाद राज्य में राष्ट्रीय औसत से कम हुई टेस्टिंग
राज्य में करीब डेढ़ महीने बाद प्रति 10 लाख की आबादी पर टेस्टिंग की रफ्तार राष्ट्रीय अाैसत से कम रही। 9 नवंबर से 15 नवंबर के बीच राज्य में प्रति 10 लाख की आबादी पर 4269 टेस्ट किए गए। जबकि राष्ट्रीय औसत 5291 है। इस दौरान राज्य में संक्रमण दर 1.01 रही। यानी कि हर 100 सैंपल की जांच पर मात्र 1.01 मरीज ही मिले। हालांकि रांची में संक्रमण दर 2.52 फीसदी रही।
सबसे अधिक संक्रमण दर अगस्त में
राज्य में संक्रमण दर के हिसाब से सबसे अधिक मरीज अगस्त में मिले। अगस्त में संक्रमण दर 4.85 रही। यानी हर 100 सैंपल की जांच पर 4.85 मरीज मिले। अगस्त में राज्य में 6.26 लाख टेस्ट किए गए। हालांकि सबसे ज्यादा टेस्ट सितंबर महीने में किए गए। इस महीने 13.39 लाख टेस्टिंग हुई और 41882 मरीज मिले।