देवघर: झारखंड के देवघर में फर्जी कॉल सेंटर खोल कर तीन करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी करने वाले नौ लोगों को लखनऊ की साइबर क्राइम सेल ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है। ठगों ने सचिवालय के रिटायर समीक्षा अधिकारी प्रभाकर प्रसाद के एसबीआई अकाउंट का इस्तेमाल करते हुए 33 लाख की एफडी के बदले 53 लाख का लोन लिया था। साइबर क्राइम सेल ने आरोपियों के पास से तीन लाख रुपए बरामद किए हैं। उनके दर्जनों अकाउंट की छानबीन की जा रही है।
हजरतगंज कोतवाली में एक जुलाई को समीक्षा अधिकारी प्रभाकर प्रसाद ने उनकी जानकारी के बिना एफडी के बदले 53 लाख का लोन लेने का मुकदमा दर्ज कराया था। जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि जांच में देवघर के सरैयाहाट इलाके में संदिग्ध मोबाइल नम्बरों के जरिए इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल किए जाने का पता चला। इस आधार पर दुमका निवासी रुपक कुमार मंडल, सरैयाहाट निवासी गोपाल मंडल और उसके भाई लल्लन मंडल, प्रमोद कुमार मंडल, नीरज मंडल, हरिहर मंडल, रंजीत मंडल,देवघर निवासी योगानन्द मंडल और राहुल आर्या को गिरफ्तार किया गया। गैंग के सरगना प्रमोद और सुमन समेत 11 लोगों फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। आरोपियों के पास से सात मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए हैं।
जज से लेकर आईएएस तक थे निशाने पर
एसीपी क्राइम विवेक रंजन राय के अनुसार गिरोह के सरगना प्रमोद, राजेश और सुमन हैं, जो फरार हैं। ये लोग इंटरनेट के जरिए रिटायर अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी जुटाते थे। गिरोह के सदस्य फोन कर चिह्नित व्यक्ति को बातों में उलझा कर बैंक डिटेल हासिल कर लेते थे। सभी नौ आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।