झारखंड के हजारीबाग में शनिवार को एक बस अनियंत्रित होकर पुल से 30 फीट नीचे नदी में गिर गई। 7 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 22 से ज्यादा लोग घायल हैं। बस में 52 लोग सवार थे। गंभीर रूप से घायलों को हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल अस्पताल में एडमिट कराया गया है।
मृतक और घायल गिरिडीह के बताए जा रहे हैं। बस में सभी सिख समुदाय के लोग थे। बस से गिरिडीह से रांची के रातू रोड स्थिति गुरुद्वारा में आयोजित धार्मिक कीर्तन में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान हजारीबाग में सिवाने नदी पर हादसा हो गया। नदी में पानी कम था। शव बस में फंस गए थे। काफी मशक्कत के बाद गैस कटर से बस की बॉडी काटकर शवों को निकाला गया। ड्राइवर और एक बच्चे की स्थिति गंभीर है। दोनों को रिम्स रेफर किया गया है।
परिवार वालों ने आरोप लगाया कि घायलों को जब हजारीबाग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लाया गया, तब यहां प्रबंधन की लापरवाही सामने आई। न ही सुपरिटेंडेंट और न ही डिप्टी सुपरिटेंडेंट अस्पताल पहुंचे। आनन-फानन में प्रशासन को गंभीर रूप से घायलों को निजी अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। मृतकों में सुरजीत सिंहग सेवादार (43), रानी कौर सलूजा (70) कमलजीत कौर (45), जगजीत कौर (70), शिवा (20), रविंद्र कौर (46) और अमृत पाल अरोड़ा (22) हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गिरिडीह से आ रही शिवशक्ति बस टाटी झरिया के सिवाने नदी पुल के पास अचानक असंतुलित हो गई। इसके बाद पुल से बैरिकेडिंग तोड़ते हुए नदी में जा गिर गई। अभी तक एक्सीडेंट के कारण का पता नहीं चल पाया है। ब्रेक फेल हो जाने की बात सामने आ रही है।
घटना के बाद घायल नगेंद्र सिंह ने बताया कि बस में सभी सिख समुदाय के लोग हैं। सभी गिरिडीह से रांची धार्मिक कीर्तन कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी समेत उनके परिवार के दो लोगों की मौत मौके पर हो गई है।