झारखंड के देवघर में त्रिकुट पहाड़ के रोप-वे पर हादसे में 25 घंटे बाद भी 21 जिंदगियां फंसी हुई हैं। इन्हें निकालने के लिए सेना, वायुसेना और NDRF ने मोर्चा संभाल हुआ है। सोमवार दोपहर 12 बजे MI-17 हेलिकॉप्टर की मदद से दोबारा रेस्क्यू शुरू किया गया। अब तक 28 श्रद्धालुओं को बचाया गया। दो लोगों की मौत हो गई।
रविवार की शाम 4 बजे हादसा तब हुआ जब पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियां रवाना कीं। जिससे तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट गया। तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं। इससे दो ट्रॉलियां नीचे गिर गईं। इनमें सवार 12 लोग जख्मी हो गए और दो लोगों की मौत हो गई। उधर, बाकी ट्रॉलियां आपस में टकराकर रुक गईं। अभी कुछ ट्रॉलियां फंसी हुई हैं, जिसमें अब भी 21 श्रद्धालु सवार हैं। इनमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी हैं।
MI 17 और MI-17 V5 हेलीकॉप्टर तैनात
झारखंड के देवघर जिले में त्रिकुट रोपवे सर्विस में फंसे करीब 40 पर्यटकों को बचाने भारतीय वायुसेना लगी हुई है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना के Mi-17 और एक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर तैनात है. वहीं, IAF गरुड़ कमांडो की एक टीम भी मौके पर मौजूद है.