टाना भगतों द्वारा सोमवार को लातेहार सिविल कोर्ट में किये गये प्रदर्शन और लाठीचार्ज की घटना पर झारखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। घटना पर अदालत ने नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया। मंगलवार को मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक अदालत के समक्ष हाज़िर हुए। कोर्ट ने दोनों ही अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। अदालत ने मौखिक रूप से कहा कि किसी कोर्ट परिसर में इतनी बड़ी घटना हो जा रही है इसका मतलब है कि राज्य का इंटेलीजेंस फेल है कैसे ये घटना घटी इसकी जानकारी अगर प्रशासन को नहीं थी तो ये काफी गंभीरता की बात है इससे सुरक्षा पर खतरा हो सकता है । गौरतलब है कि टाना भगतों के द्वारा सोमवार को लातेहार जिला मुख्यालय में व्यवहार न्यायालय का पांच घंटे तक घेराव किया गया।जब पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारियों ने इन्हें समझाने का प्रयास किया तो वे उग्र हो गये ,तथा पुलिस बल पर पथराव प्रारंभ कर दिया। पथराव में लातेहार सदर थाना प्रभारी अमित कुमार समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। जिसमे तीन महिला कांस्टेबल भी शामिल हैं।सभी का इलाज सदर अस्पताल में किया गया।उग्र प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के दौरान पुलिस को आंसू गैस का उपयोग करना पड़ा। पुलिस ने इस दौरान पानी की बौछारें भी बरसाई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज भी किया।टाना भगतों ने इस दौरान पुलिस पीसीआर वाहन को भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया था । टाना भगतों के प्रदर्शन के दौरान अदालत परिसर में मौजूद सभी न्यायिक पदाधिकारियों को पीछे के रास्ते से निकाला गया। साथ ही न्यायिक पदाधिकारियों के आवास की सुरक्षा भी बढ़ायी गयी है। पुलिस ने 10 से अधिक टाना भगतों को हिरासत में लिया है।
Add A Comment