नई दिल्ली: दिल्ली में टिड्डियों के हमले से निपटने के लिए दिल्ली सरकार में विकास मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को एक आपात बैठक बुलाई. बैठक में डेवलपमेंट कमिश्नर, डिविजनल कमिश्नर और एग्रीकल्चर डायरेक्टर समेत सभी संबंधित जिलों के डीएम मौजूद थे. बैठक में जिलाधिकारियों, तीनों एमसीडी और एनडीएमसी को कृषि विभाग द्वारा तत्कालिक कदम उठाने के निर्देश दिए गये हैं.
मीटिंग के बाद दिल्ली सरकार के कृषि विभाग ने इससे जुड़ी एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में दिल्ली के सभी जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है और साथ ही दमकल विभाग के साथ को-ऑर्डिनेट करने का निर्देश दिया गया है, ताकि कीटनाशक के छिड़काव की व्यवस्था की जा सके.
इसके साथ ही सभी जिलाधिकारियों को गांव में पर्याप्त संख्या में स्टाफ की तैनाती का निर्देश दिया गया है, ताकि गांववालों को मुनादी और अन्य तरीकों से टिड्डियों का ध्यान भटकाने के उपाय समझाये जा सकें. जैसे, हाई डेसिबल साउंड यानी ड्रम बजाना, बर्तन बजाना, ऊंची आवाज में संगीत बजाना, पटाखे जलाना, नीम की पत्तियां जलाना और इसी तरह की अन्य उपायों के जरिए टिड्डियों को हटाया जा सके.
एडवाइजरी में टिड्डियों से बचने के अन्य उपाय भी बताए गए हैं जैसे-
1)दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें.
2) बाहर रखे पौधों को प्लास्टिक शीट से ढकें.
3) टिड्डी आमतौर पर दिन के समय उड़ती हैं और रात के समय आराम करती हैं, इसलिये रात को आराम करने का मौका न दिया जाए.
4) Melathion और Chloropyriphos का रात में छिड़काव उपयोगी है. सुरक्षा के लिहाज से PPE किट पहनकर रात में इसका छिड़काव किया जाये.
वन विभाग को निर्देश दिया गया है कि ढोल, ड्रम, डी.जे एवं अन्य उपाय के ज़रिए जसोला विहार के पास से टिड्डियों को भगाएं और दवाओं के छिड़काव भी करें.