राँची : झारखण्ड के चान्हो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही सामने आई है। स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने जीवित युवक को मृत घोषित कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।पोस्टमार्टम हाउस पहुंचने पर दोपहर 1 बजे तक युवक की सांस चल रही थी।जहां से उसे आनन-फानन में इमरजेंसी विभाग में भेज दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई। इमरजेंसी के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिम्स के डॉक्टरों ने कहा कि युवक की मौत कुछ देर पहले हुई है।मगर चान्हो स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने सुबह में ही उसे मृत घोषित कर दिया था।अगर सही समय पर युवक का इलाज किया जाता तो शायद उसकी जान बच सकती थी. परिजनों ने चान्हो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
क्या है पूरा मामला
लोहरदगा जिले के कैरो थाना के खरता गांव में सुबह 5:00 बजे टेंट खोलने के दौरान 26 वर्षीय जितेंद्र उरांव को करंट लग गई थी. जिसके बाद आनन-फानन में उसे चान्हो स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। मगर जैसे ही रिम्स के पोस्टमार्टम विभाग की टीम पहुंची तो युवक की सांस चल रही थी।उसे आनन फानन इमरजेंसी वार्ड में भेज दिया गया, मगर वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिम्स के डॉक्टरों ने कहा कि युवक की मौत कुछ देर पहले ही हुई है।जबकि सुबह ही स्वास्थ्य केंद्र में मृत घोषित कर दिया था डॉक्टर जिसे पुलिस ने पोस्टर्माटम के रिम्स भेज दिया था।