दिल्ली: देश के दिग्गज सितारवादक पंडित देवब्रत चौधरी का कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है. उन्हें प्यार से लोग ‘देबू चौधरी’ बुलाते थे. वह 85 साल के थे. उनका निधन दिल्ली में हुआ. पंडित देबू चौधरी पिछले हफ्ते की शुरुआत में दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में भर्ती थे. कोरोना संक्रमण के चलते उनका ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सितारवादक देबू चौधरी की अस्पताल के नॉन-इनवैसिव वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहने के बाद 30 अप्रैल की शाम को बिगड़ने लगी थी. पंडित चौधरी ने एक मई को तड़के अंतिम सांस ली. देबू चौधरी के बेटे प्रतीक चौधरी ने अपने पिता के निधन की जानकारी फेसबुक पर शेयर की है.
कोरोना के बाद आया हर्ट अटैक
प्रतीक चौधरी ने फेसबुक पर लिखा,”मेरे पिता, लीजेंड ऑफ सितार पंडित देबू चौधरी… अब नहीं रहे. वह कोरोना से संक्रमित थे और डेमिंटिया से भी ग्रसित थे. एक मई की मध्य रात को उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. इसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और इससे उबर नहीं पाए.. सभी कोशिशों और प्रार्थनाओं के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका.”
देश के लिए महान क्षति
प्रतीक चौधरी ने आगे लिखा,”सितारवादन की दुनिया और भारतीय संगीत में वह नंबर एक थे. महान क्षति. शोकाकुल में… प्रतीक चौधरी, रुना चौधरी (मेरी पत्नी), रयाना चौधरी(मेरी बेटी) और अधिराज चौधरी(मेरा बेटा).”
सेनिया घराने से था ताल्लुक
पंडित देबू चौधरी सेनिया घराने के चिराग थे. उन का एक शानदार करियर था जो 6 दशकों में खूब परवान चढ़ा था. भारतीय संगीत में उनके योगदान के लिए तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार सहित कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए थे. वह आठ नए रागों के संगीतकार, एक कुशल लेखक और शिक्षाविद भी थे.