रांची: आज राज्य के सभी चिकित्सक अपनी जान की बाज़ी लगाकर लोगों की मदद कर रहे हैं, ऐसे में रिम्स के जूनियर डॉक्टरों की काफ़ी महत्पूर्ण भूमिका रही है जो ख़ुद भी संक्रमित हो रहे हैं और फिर से स्वस्थ्य होकर अपने काम में लग जा रहे हैं.
वही कुछ ऐसी ख़बर आती है जो दिल को मायूस कर देती है. आज दिन सोमवार को काफ़ी दुःखद समाचार आया जब रिम्स के DTMH फाइनल वर्ष के जूनियर डॉ सिराजुद्दीन की रात करीब 2:30 को ना होने की ख़बर आई. जूनियर डॉ सिराजुद्दीन, रिम्स के ही एमबीबीएस 2010 शत्र के छात्र थे. बता दे पिछले 10 दिनों से क्रिटिकल अवस्था में सिराजुद्दीन इलाजरत थे.
यह ख़बर सुनकर राज्य के सारे चिकित्सकों की आंखें नम हो गयी, पूरा रिम्स परिवार शोक के लहर में डूब गया. साथ ही उनके साथी जन भगवान से दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने की कामना किया.