जमशेदपुर: दुमका में गैंगरेप की वारदात के बाद एक और शर्मनाक और बड़े कांड की खबर है। सरायकेला खरसावां जिले में चौका थाना इलाके में एक विधवा महिला को गांव के 10 दबंगों ने न सिर्फ निर्वस्त्र कर दिया बल्कि उसे गांव से निकाले जाने का फरमान तक जारी कर दिया। पुलिस ने इस मामले में अभी तक सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
महिला को निर्वस्त्र किया
सोमवार की रात सरायकेला खरसावां जिले के चौका थाना इलाके के घेराबारा गांव एक बड़े और शर्मनाक कांड से थर्रा उठा। यहां एक विधवा महिला को गांव के 10 लोगों ने भरे गांव के सामने जमकर पीटा और फिर उसे निर्वस्त्र तक कर दिया। 34 साल की पीड़ित विधवा ने इसके बाद अपने परिवार के सदस्यों की मदद से थाने में केस दर्ज कराया है। चौका थाना के इंस्पेक्टर विजय यादव ने कहा कि इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और बाकी नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने कहा कि मामले में आठ नामजद आरोपी हैं जबकि एक अज्ञात है।
अपनी शिकायत में महिला ने बताया है कि पहले तीन स्थानीय महिलाओं – ओलीबा कुसुम टोपनो, सिसिला पूर्ति और एंजेला टोपनो ने उसके घर पहुंचकर, उसे लगभग 50 मीटर तक घसीटा और उसे गांव में मौजूद उन 10 लोगों को सौंप दिया, जिन्होंने उस पर चरित्रहीन होने का आरोप लगाया था। पीड़ित विधवा का आरोप है कि इन सभी ने उन्होंने उससे मारपीट की, उसके कपड़े फाड़ दिए और तुरंत गांव छोड़ने को कहा। पीड़ित विधवा के मुताबिक वो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है, आरोपी महिलाएं ओलीबा, सिसिला और एंजेला उसे आंगनबाड़ी से हटाकर अपनी पसंद की किसी महिला को वहां रखवाना चाहती थीं और इसीलिए इस कांड को अंजाम दिया गया।
महिला ने कहा कि वह अपने 14 साल के बेटे के साथ गांव में रहती है। मंगलवार को वारदात के बाद वो डर के मारे खूंटी जिले में अपनी मां के घर चली आई। बाद में परिवार के समझाने के बाद ही उसने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने महिला को उसकी चोटों के शुरुआती इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया और बाद में उसके परिजन उसे रांची के संतविता अस्पताल ले गए