पलामू : पलामू जिले के चैनपुर थाना में कल एसीबी की कार्रवाई में घूस लेते मुंशी और चैकीदार को गिरफ्तार किया गया. इस कार्रवाई के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई. मामले को गंभीरता से लेते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस अधीक्षक ने नया आदेश जारी करते हुए थाना एवं ओपी में कार्यरत साक्षर आरक्षियों को हटा दिया है.
और उनकी जगह व्यवहार कुशल सहायक अवर निरीक्षकों को काम देखने का निर्देश दिया है. इस सिलसिले में संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और पुलिस अंचल निरीक्षकों को इसका अनुपालन दृढ़तापूर्वक कराने का आदेश जारी किया है.
मृदुभाषी एवं व्यवहार कुशल मुंशी के नहीं रहने पर हटाने का निर्देश
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि ऐसी सूचना मिल रही है कि थाना-ओपी में कार्यरत साक्षर आरक्षी मृदुभाषी एवं व्यवहार कुशल नहीं हैं. थाना में किसी भी कार्य से आने वाले आगन्तुकों से वे अवैध वसूली की फिराक में रहते हैं. इससे थाना में आनेवाले आगन्तुकों में पुलिस के प्रति असंतोष एवं रोष की भावना उत्पन्न होती है. इसका ज्वलंत उदाहरण 26 जून 2020 को चैनपुर थाना में एसीबी की कार्रवाई है.
इस दौरान थाना के सा.आ.855 बिजेन्द्र कुमार राय एवं चैकीदार 2/9 नन्दन मांझी को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, पलामू की टीम द्वारा रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है. यह अन्यंत ही खेद का विषय है. इससे जिला पुलिस की छवि धूमिल हुई है.
साक्षर आरक्षी को हटाकर एएसआई को जिम्मेवारी देने का निर्देश
ऐसे में सभी थाना-ओपी प्रभारी को सख्त रूप से निर्देश दिया जाता है कि अपने-अपने थाना-ओपी में लेखन कार्य कर रहे सभी साक्षर आरक्षी को अविलंब लेखन कार्य से मुक्त करें. थाना-ओपी में पदस्थापित किसी सक्षम एवं व्यवहार कुशल सहायक अवर निरीक्षक से थाना का लेखन कार्य लिया जाये. इस आदेश का अनुपालन सख्ती से किया जाये.
भविष्य में यदि किसी थाना-ओपी में किसी आरक्षी को लेखन कार्य करते हुए पाया गया तो इसे संबंधित थाना-ओपी प्रभारी की अनुशासनहीनता एवं आदेशोल्लंघन मानते हुए उन्हें तत्काल निलंबित कर विभागीय कार्यवाही प्रारंभ कर दी जायगी.
सभी थाना-ओपी प्रभारी तत्काल आदेश का अनुपालन करते हुए लेखन कार्य हेतु चयनित स.अ.नि. का नाम अनुपालन प्रतिवेदन में उल्लेख करते हुए अनुपालन प्रतिवेदन 24 घंटे के अंदर समर्पित करेंगे.