कोयलांचल संवाद संवाददाता (रांची): कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य में पूर्ण लॉकडाउन की अटकलों को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि राज्य में पूरी तरह से लॉकडाउन लगाना सही नहीं है। अगर ऐसा होता है, तो राज्य में लोगों के समक्ष जीविका का संकट खड़ा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं उन इलाकों को सील कर दिया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी के एक व्यक्ति एक पद को लेकर किये जा रहे विरोध और पार्टी छोड दूसरे दलों में गये नेताओं के दोबारा पार्टी में शामिल होने के सवालों पर कहां कि यह तो पार्टी तय करेगी कि कौन क्या रहेगा। जामताड़ा विधायक के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें स्वतः एक पद छोड़ देना चाहिए। इसपर डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि इरफान अंसारी ने क्या उन्हें टिकट दिया था ? क्या प्रदेश अध्यक्ष उन्हीं ने बनाया था ? डॉ उरांव ने कहा कि पार्टी में सभी लोगों की सोच एक जैसी नहीं हो सकती है। कोई पार्टी अनुशासन को ज्यादा मानता है तो कोई कम। लेकिन अगर पार्टी में रहना है, तो अनुशासन को तो मानना ही पड़ेगा।
पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को करना होगा 6 साल इंतजार
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पार्टी छोड़ दूसरे दलों में गये नेताओं को दोबारा पार्टी में आने के सवालों पर प्रदेश अध्य़क्ष ने कहा कि यह सही नहीं है। जिन्हें भी चुनाव के ठीक पहले पार्टी छोड़ी है, उन्हें कम से कम अभी 6 साल तक घर वापसी के लिए इंतजार करना होगा। उनकी पार्टी में शामिल होने की राह मुश्किल है। बता दें कि डॉ उरांव का साफ इशारा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके दो पूर्व नेताओं सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू की तरफ था।