कोयलांचल संवाद संवाददाता (रांची): बढ़ते कोरोना महामारी को लेकर चेंबर ऑफ कॉमर्स का तीन दिवसीय दुकान बंद का आह्वान विफल साबित हुआ है। रांची के अधिकांश इलाकों में दुकानदारों ने अपनी दुकानें खुली रखी है। दुकानदारों ने कोरोना महामारी को लेकर काफी कम जागरूकता दिखाई पड़ रही है। दुकानदार और ग्राहक दोनों की दुकानों में बिना मास्क के पाएं गए। आलम यह है कि कोरोना का डर ना दुकानदारों पर दिखाई पड़ रहा है और ना ही ग्राहकों पर। सड़कों पर कई ऐसे लोग घूम रहे है जिन्हे सिर्फ घूमना है, इन्हे कोई काम नहीं है। वहीं चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इडस्ट्रीज के अध्यक्ष कुणाल अजमानी और पूर्व अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि बढ़ती कोरोना संकट को देखते हुए सभी दुकानदार चैंबर ऑफ कॉमर्स के तीन दिवसीय दुकान बंद के आह्वान को सफल बनाए, ताकि आपकी जान की सुरक्षा बनी रहे। विनय अग्रवाल ने कहा कि रांची में कोरोना विकराल रूप धारण कर चुका है, रोजाना 200 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं यह अकड़ा डरावना है। यह अकड़ा लगातार बढ़ रहा है अगर दुकानदार नहीं चेते तो दुकानदार, उनके परिवार के सदस्य और कर्मचारी सभी संक्रमित हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल झारखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। लगातार अखबारों में बेड की कमी की खबरें छप रही है और मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। ऐसे में अगर दुकानदार और ग्राहक नहीं चेते तो बड़ा हर्जाना भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा लगातार कोरोना वैक्सीन पर तेजी से काम चल रही है उम्मीद है कि 2021 के शुरुआत में कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी। इसके बाद स्थिति सामान्य होने की संभावना होगी। फिलहाल व्यापार और अपनी जान की रक्षा करते हुए दुकानदार दुकानदारी करें। उन्होंने दुकानदारों से अपील की है कि दुकानदार और कर्मचारी दुकान में मास्क पहनकर ही काम काज करे। साथ ही ग्राहकों से भी मास्क पहनने की अपील करे।
रांची के दुकानदार बिना मास्क के ग्राहकों को कर रहे आमंत्रित
वही चेंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान के बाद भी राज्य के अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें खुली रख रहे हैं। चुटिया, रातू रोड, डोरंडा, बरियातू समेत रांची के अन्य इलाकों में दुकानदार बिना मास्क के ही दुकानों में दिखाई पड़ रहे है। यह चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं झारखंड सरकार द्वारा कोविड 19 की अवहेलना करने पर एक लाख रुपए का जुर्माना और दो साल की सजा का भी लोगों में कोई डर दिखाई नहीं पड़ रहा है।