रांची में शनिवार से नो कार शनिवार अभियान की शुरुआत हुई। रांच नगर निगम की तरफ से मोरहाबादी मैदान में इसके लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें निगम के सभी अधिकारी शामिल हुए। निगम के इस अभियान को शहर भर में समर्थन मिल रहा है। मंत्री से लेकर अधिकारी तक इस अभियन के तहत साइकिल चला रहे हैं।
झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अपने आवास से साइकिल से विधानसभा पहुंचे। इसके तहत सभी विधायकों, सचिवों और अधिकारियों को पत्र भेजकर अभियान के लिए निकलने वाली रैली में शामिल होने का आग्रह किया गया है।
नगर निगम के आयुक्त ने कहा- साइकिल से प्रदूषण पर किया जाएगा नियंत्रण
नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने बताया कि राजधानी रांची में प्रदूषण बढ़ रहा है। वायु प्रदूषण की वजह से लोगों की सेहत पर खराब असर पड़ रहा है। इसीलिए प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए ‘शनिवार को नो कार’ का अभियान शुरू किया गया है। इसमें लोग स्वेच्छा से हिस्सा ले सकते हैं। किसी भी तरह की कोई जबरदस्ती नहीं है।
कार पर प्रतिबंध नहीं स्वेच्छा से कार पर लगाएं ब्रेक
ऐसा नहीं है कि शनिवार को कार चलाने पर प्रतिबंध रहेगा। लोग अपनी इच्छा के अनुसार आवागमन कर सकते हैं। मगर लोगों से अपील है कि जो लोग छोटी दूरी का सफर तय करना चाहते हैं, वह कार की जगह साइकिल का इस्तेमाल करें। मसलन, सब्जी लाने के लिए साइकिल पर जाएं, कार पर नहीं। जो लोग लंबी दूरी का सफर तय करना चाहते हैं, वह कार से आवागमन कर सकते हैं। नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि शनिवार को कार सड़क पर नहीं होने से यातायात का बोझ हल्का होगा। यातायात व्यवस्था भी सुधरेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम धीरे-धीरे लोगों को यातायात व्यवस्था सुधारने के टिप्स भी देगा।
साइकिल चलाने वालों का रखा जाएगा विशेष ख्याल
राजधानी में तकरीबन 45 फीसद लोग साइकिल चलाते हैं या पैदल सफर करते हैं। लेकिन इनकी तरफ कोई ध्यान नहीं देता। कोई भी नियम कानून बनाते समय ज्यादातर कार और बाइक चालक को ही ध्यान में रखा जाता है। लेकिन रांची नगर निगम साइकिल चलाने वालों के लिए भी योजनाएं बनाएगा। उनके लिए सड़कों पर ट्रैक बनाए जाएंगे, ताकि साइकिलिंग को बढ़ावा मिल सके।