मणिपुर की इंफाल -जिरिबम रेलवे लाइन की सुरक्षा के लिए तैनात भारतीय सेना की टेरेरोटियल आर्मी की एक लोकेशन पर भूस्खलन होने के चलते बड़ा नुकसान होने की आशंका है. बीती रात मणिपुर के नोने जिले में हुए इस लैंडस्लाइड में कम के कम 25 सैनिकों के दबे होने की खबर है. खराब मौसम और लगातार हो रहे भूस्खलन से राहत और बचाव कार्यों में लगातार बाधा आ रही है.
भारतीय सेना के मुताबिक, 29-30 जून की रात नोने जिले के टूपल रेलवे स्टेशन के करीब हुए भारी लैंड-स्लाइड से टीए की 107 कंपनी चपेट में आ गई. इस लोकेशन पर पर निर्माणाधीन मणिपुर-जिरिबम रेलवे लाइन की सुरक्षा में तैनात सैनिक मौजूद थे. लैंड स्लाइड की घटना के बाद भारतीय सेना और असम राइफल्स ने फुल-स्केल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिए.
लगातार चल रहा है राहत और बचाव कार्य
राहत और बचाव कार्यों के लिए रेलवे की साइट पर मौजूद इंजीनियरिंग प्लांट से मशीनरी का इस्तेमाल किया गया. जानकारी के मुताबिक, सुबह 5.30 बजे तक 13 जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. सभी घायलों का नोने स्थित आर्मी मेडिकल यूनिट में इलाज चल रहा है. गंभीर रूप से घायल जवानों को इंफाल और दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है.
खराब मौसम के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में आ रही है दिक्कत
सेना के मुताबिक खराब मौसम और दोबारा हुई लैंडस्लाइड से रेस्क्यू ऑपरेशन प्रभावित हो रहा है. लेकिन लापता जवानों की तलाश जारी है. सेना के हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं और मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, कम से कम सेना के 25 जवान लापता हैं. लैंडस्लाइड के चलते स्थानीय इलजाई नदी की धारा भी प्रभावित हुई है.