चक्रवाती तूफान ताऊ ते अब कमजोर पड़ गया है, पर सोमवार को जब ये महाराष्ट्र से गुजरा तो इसने तबाही मचा दी। इसके चलते समुद्र में 4 जहाज फंस गए। इनमें से एक जहाज बार्ज P- 305 अब डूब गया है। इस पर 273 लोग सवार थे। इनमें से 188 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। 22 के शव बरामद किए गए हैं और 63 अभी लापता हैं। इस जहाज के रेस्क्यू में INS विराट और कोलकाता जुटे हैं। ऑपरेशन अभी जारी है।
बार्ज 305 के अलावा गाल कंस्ट्रक्टर पर 137 लोग फंसे थे, इन सभी को रेस्क्यू कर लिया गया है। बार्ज SS-3 पर 202 और सागर भूषण पर 101 लोग फंसे हैं। नेवी के मुताबिक, ये सभी लोग सुरक्षित हैं और इन्हें खाना-पानी जैसी चीजें मुहैया कराई गई हैं। इन जहाजों को ONCG की मदद से खींच कर वापस लाने की कोशिश जारी है।
मुंबई से 175 किमी दूर हीरा फील्ड्स में बार्ज P305 पर रेस्क्यू सोमवार शाम 5 बजे से जारी है। इस पर सबसे ज्यादा 273 लोग सवार थे। इस जहाज के चालक दल और अन्य लोगों को निकालने में INS कोलकाता और INS कोच्चि जुटे हुए हैं।
जहाज बार्ज GAL कंस्ट्रक्टर पर 137 लोग सवार थे। इन सभी लोगों को मंगलवार देर शाम तक रेस्क्यू कर लिया गया था। जहाज को भी सुरक्षित निकाल लिया लिया गया है। डिफेंस प्रवक्ता ने बताया कि GAL कंस्ट्रक्टर, कोलावा पॉइंट से 48 नॉटिकल मील उत्तर की ओर फंसा था। यहां बचाव के लिए इमरजेंसी नौका वाटर लिली भेजी गई थी। इसके अलावा बाकी दोनों जहाजों यानी बार्ज SS-3 और सागर भूषण पर सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। SS-3 पर सवार 202 लोगों को अभी भी शिप पर ही रखा गया है। वहीं सागर भूषण के सभी 101 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन में 10 जहाजों ने हिस्सा लिया
सोमवार दोपहर से शुरू हुए रेस्क्यू ऑपरेशन में नौसेना और तटरक्षक बल के 10 जहाजों ने हिस्सा लिया। INS शिकारा के कैप्टन डीएस पुरोहित ने कहा कि मंगलवार को मौसम साफ होते ही दो विमान और चार हेलिकॉप्टर भी तलाशी अभियान में शामिल हो गए। एक आपातकालीन पोत को भी रेस्क्यू में लगाया गया था।
चार दशक का सबसे मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन
पश्चिमी नौसेना कमान के वाइस एडमिरल एम एस पवार ने कहा, ‘पिछले 4 दशकों में हमने जितने भी राहत और बचाव कार्य देखे हैं, उनमें यह सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है।मुंबई से 60 किमी की दूरी पर बार्ज P305 डूब गया। उसमें सवाल लोगों को रेस्क्यू करने में 4 INS शामिल रहे।