रांची: झारखंड की राजधानी रांची में 10 जून को उपद्रव के बाद बाद स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है, जिसके बाद शहर के 12 में से 6 थानों में से धारा 144 हटा दिया गया है। जबकि मामले राज्य सरकार की ओर से उच्चस्तरीय जांच समिति ने छानबीन शुरू कर दी है। वहीं झारखंड पुलिस की ओर से गठित एसआईटी की टीम भी मामले के तह तक पहुंचने में जुटी है।
रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने बताया कि रांची के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गयी थी, लेकिन स्थिति में सुधार को देखते हुए कोतवाली, लोअर बाजार, हिन्दपीढ़ी, डेली मार्केट, चुटिया और डोरंडा थाना क्षेत्र से निषेधाज्ञा हटा दी गयी है। इसके अलावा लोगों को परेशानी ना हो और आवश्यक सामानों की लोग खरीदारी कर सके, इसके लिए धारा 144 लागू रहने वाले क्षेत्रों में भी आवश्यक छूट दी गयी है।
बेगुनाह को कोई परेशानी नहीं होगी, दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
इस मौके पर रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि 10 जून को रांची में उपद्रव की घटना के बाद जिले में 25 प्राथमिकी दर्ज किये गये है, जिसमें 22 लोगों को नाजमद और सैकड़ों अज्ञात लोगांे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। उन्होंने कहा कि हिंसक घटना के दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। एसआईटी गठित की गयी है, तकनीकी टीम भी साक्ष्य जुटा रही है, दोषियों के खिलाफ हर हाल में कठोर कार्रवाई होगी। लेकिन उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि इस पूरे प्रकरण में किसी भी बेगुनाह को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी,। उन्होंने कहा कि फिलहाल शहर में 3500 से अधिक फोर्स तैनात है, बाहर से भी फोर्स मंगाये गये है, ताकि शहर में किसी भी तरीके से उपद्रवियों से निपटा जा सके। एटीएस, आईआरबी, एसटीएफ जवानों और अन्य बलों की तैनाती की गयी है।
फ्लैग मार्च, हर संवेदनशील चौक-चौराहे पर जवानों की तैनाती
एसएसपी ने बताया कि शहर में अमन-शांति बहाल करने के लिए मेन रोड इलाके में आज सुबह पुलिस पदाधिकारियों और जवानों द्वारा फ्लैग मार्च कर लोगों में विश्वास पैदा करने की कोशिश की गयी। सभी संवेदनशील क्षेत्रांे में जवानों की तैनाकी की गयी है।
उपद्रव के पीछे किनका सहयोग, चिह्नित कर कार्रवाई होगी
रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र कुमार झा ने कहा है कि इस उपद्रव के कौन है, अप्रत्यक्ष रूप से किनका सहयोग था और किसने युवाओं को भड़काने की कोशिश की, उन्हें चिह्नित कर कार्रवाई होगी। इसे लेकर पुलिस की अलग-अलग टीम छानबीन में जुटी है।