रांची : देश इस वक्त कोरोना महामारी के संकट से गुजर रहा है. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन किया हुआ है. साथ ही पुलिसकर्मी ,डॉक्टर ,सफाईकर्मी देश सेवा में लगे हुए हैं. पुलिस कर्मी खासतौर पर जोखिम उठाते हुए कार्य कर रहे हैं. आम जनता भी पुलिस की कार्यप्रणाली से खुश हैं. पुलिस कर्मियों यानि कोरोना योद्धाओं का पूरे देश में फूल माला और तालियों से स्वागत हो रहा है.
रांची में चुटिया पुलिस के द्वारा चुटिया में फ्लैग मार्च निकाला गया. इस फ्लैग मार्च के दौरान चुटिया मेन रोड के लोगों ने कोरोना वॉरियर्स पुलिस कर्मियों का स्वागत फूलों की वर्षा से किया.
एक ओर चुटिया में पुलिसकर्मियों का स्वागत किया गया. वहीं शनिवार को हिंदपीढ़ी में जवानों के साथ स्थानीय लोगों की झड़प हुई. 16 मई की शाम सीआरपीएफ और स्थानीय लोगों के बीच झड़प के बाद 17 मई को भी सुबह से ही तनाव रहा.
16 मई की रात तो बिगड़ती स्थिति को देख प्रशासन के वरीय अधिकारियों ने मोर्चा संभालकर मामला शांत कराया,लेकिन 17 मई की सुबह फिर पत्थरबाजी हुई. जानकारी अनुसार 17 मई की सुबह को स्थानीय लोगों और सीआरपीएफ व स्थानीय पुलिस के साथ झड़प हो गई. इसके बाद मामला फिर गरमा गया. लोगों के पथराव के कारण कोतवाली डीएसपी को पीठ और बांह में चोट लगी है, वहीं पुलिस जिप्सी का शीशा भी तोड़ दिया गया था.
17 मई की सुबह हिंदपीढ़ी के मोती मस्जिद के पास लोगों द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन किया जा रहा था. सीआरपीएफ के जवानों ने लोगों से कहा वे अपने-अपने घरों में जाएं, भीड़ नहीं लगाएं. इसी बीच सीआरपीएफ के जवानों के साथ स्थानीय लोगों की बहस शुरू हो गई और कुछ लोगों द्वारा पथराव किया जाने लगा.
यह घटना उस समय हुआ जब सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान फ्लैग मार्च करते हुए मोती मस्जिद के पास पहुंच रहे थे. पास में मौजूद कुछ महिलाएं और पुरुष लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए घरों से बाहर निकली हुई थी जिसे जवानों ने जैसे ही घरों के अंदर जाने के लिए कहा- सभी उनसे उलझ पड़े इस दौरान कुछ बदमाश किस्म के लोगों ने सीआरपीएफ जवान के हथियार भी छीनने का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए.