लातेहार सदर प्रखंड के तुवेद गांव में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित कोल माइंस को जमीन नहीं देने के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. शुक्रवार को तुबेद कोल माइंस के रैयत समाहरणालय पहुंच कर उपायुक्त के वाहन को घेर कर कार्यालय के मुख्य द्वार पर बैठ गये. इस दौरान ग्रामीण जान देंगे, जमीन नहीं देंगे का नारा लगा रहे थे. ग्रामीण सात बेल पड़हा बुद्धदेव उरांव ने कहा कि हम अपनी जमीन किसी कीमत पर कंपनी को नही देंगे. उन्होंने कहा कि हमारी पुश्तैनी जमीन है, जिस पर वे कई पीढ़ियों से रहते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी जमीन लेकर ग्रामीणों को बेघर करना चाह रही है.
रैयत बाबूलाल उरांव ने कहा कि खेतीबाड़ी ही हमारी पहचान है, लेकिन कंपनी कोयला खोदने के नाम पर बाप दादा की जमीन हड़पने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि हमलोग किसी कीमत पर जमीन नही देंगे. इसके पूर्व ग्रामीणों के समाहरणालय पहुंचने की जानकारी मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी शेखर कुमार, एसडीपीओ संतोष मिश्रा, बीडीओ मेघनाथ उरांव व थाना प्रभारी अमित कुमार गुप्ता ने ग्रामीणों को काफी समझाया, लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे. बाद में उपायुक्त भोर सिंह यादव, डीवीसी के प्रतिनिधि व रैयतों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई. बैठक में आपसी सहमति बनाकर कार्य कराने की बात कही गयी.
ग्रामीणों के दिये गये आवेदन को उपायुक्त श्री यादव ने राज्य सरकार को प्रेषित करने की बात कही है. इस दौरान लगभग पांच घंटे तक ग्रामीण समाहरणालय के मुख्य द्वार पर जमे रहे. मौके पर लालधारी सिंह, हरेंद्र उरांव, सोना मनी उरांव, चंद्रदेव उरांव, वरतू टाना भगत, बहादुर टाना भगत, लक्ष्मी लाल टाना भगत, प्रमेश्वर टाना भगत, सुरेंद्र उरांव, सुखमणि उरांव, रामपति उरांव व दिनेश टाना भगत समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे.
रैयतों के समाहरणालय पहुंचने के बाद पुलिस-प्रशासन ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग कर दी. सुरक्षा को देखते हुए समाहरणालय परिसर के आसपास पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी.