रांची: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है। किस विधानसभा से किसे उम्मीदवारी मिलेगी, बेकरारी बढ़ रही है। बिहार में राजद के लिए तेजस्वी और तेज प्रताप मोर्चा संभाले हुए हैं, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि टिकट पर अंतिम मुहर लालू प्रसाद ही लगाएंगे। पिछले एक महीने से रिम्स के केली बंगले में राजद नेताओं का तांता लग रहा है।
200 से अधिक नेता-कार्यकर्ता हर दिन निदेशक आवास को घेरे रहते हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला। केली बंगले के बाहर दिन भर अलग-अलग गुट में नेता दोनों दरवाजे पर बायोडाटा लिए खड़े दिखे। अंदर जाने की होड़ ऐसी कि बंगले का दरवाजा खुलते ही आपस में ही तू तू-मैं मैं शुरू हो जाता है। शाम छह बजे के बाद नजारा बदलने लगता है।
शनिवार को ही जेल प्रशासन की अनुमति के बिना 11 लोग राजद प्रमुख से मिले। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से साठगांठ कर बिहार के नेताओ को अंदर जाने में कोई परेशानी नहीं होती। नियमों की धज्जियां उड़ाते दो दिन पूर्व रिम्स निदेशक के बंगले के बाहर से वायरल वीडियो में देखा भी जा चुका है।
नेताओ की चाहत, बस लालू दर्शन और टिकट पर चर्चा हो जाए
केली बंगले के बाहर पिरपैंती विधानसभा से आए एक राजद नेता ने बताया कि चुनाव की घोषणा तो हो चुकी है लेकिन उम्मीदवारों की सूची तैयार होनी बाकी है। जो भी हो, फैसला पार्टी प्रमुख के हाथ में हैं। बस किसी तरह मुलाकात और टिकट पर चर्चा हो जाए। गया जिले से आए एक कार्यकर्ता हरिहर यादव ने कहा कि वे भी अपने रिश्तेदार के साथ टिकट के लिए पहुंचे हैं। बस लालू प्रसाद का आशीर्वाद चाहिए, विधानसभा क्षेत्र में प्रचार शुरू कर देंगे।