सरकार ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से मंगलवार दोपहर 3 बजे बातचीत शुरू की। करीब दो घंटे चली बातचीत के दौरान केंद्र ने किसानों को मिनिमम सपोर्ट प्राइज (MSP) पर प्रेजेंटेशन दिया। केंद्र ने किसानों के सामने इन कानूनों पर चर्चा के लिए नई कमेटी बनाने का प्रस्ताव भी रखा है। इसमें सरकार और किसानों प्रतिनिधियों के अलावा एक्सपर्ट भी रहेंगे। किसानों से भी 4-5 नाम मांगे गए हैं।
केंद्र शाम 7 बजे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली के डेलीगेशन से चर्चा करेगी। किसानों के साथ बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा था कि हम किसानों की मांगें सुनने के बाद आगे की राह तय करेंगे। बैठक में तोमर के साथ वाणिज्य मंत्री सोम प्रकाश और रेल मंत्री पीयूष गोयल मौजूद थे।
सरकार के बुलावे पर किसानों ने कहा था कि वे मीटिंग के लिए इसलिए तैयार हुए हैं, क्योंकि इस बार सरकार ने कोई शर्त नहीं रखी है। इस बीच, हरियाणा के निर्दलीय विधायक और सांगवान खाप के प्रमुख सोमबीर सांगवान ने खट्टर सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। चरखी दाददी में सांगवान ने कहा- किसानों पर हुए अत्याचारों को देखकर मैं सरकार से अपना समर्थन वापस लेता हूं।