रांची: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि झारखंड में अप्रशिक्षित रह गए पारा शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त करने का एक और अवसर देने पर वे विचार करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यदि इसका कोई प्रस्ताव मंत्रालय को दिया है तो वे उसपर जरूरी विचार करेंगे और उचित निर्णय लेंगे। केंद्रीय मंत्री दैनिक जागरण के वेबिनार को संबोधित रहे थे।
बता दें कि प्रशिक्षण प्राप्त नहीं करनेवाले ऐसे लगभग साढ़े चार हजार पारा शिक्षकों का कई माह से मानदेय बंद है। राज्य सरकार प्रशिक्षण का एक और मौका देने की मांग केंद्र सरकार से कर रही है। इधर, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआइओएस) से डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) पास पारा शिक्षकों व निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को सरकारी प्राथमिक शिक्षक बनने का भी रास्ता साफ हो गया है, बशर्ते वे अन्य अर्हता भी पूरी करते हों।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने वेबिनार में कहा कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने एनआइओएस के डीएलएड पाठ्यक्रम को प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में मान्यता दे दी है। उनके अनुसार, पूर्व में एनसीटीई ने एनआइओएस के इस पाठ्यक्रम को प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में मान्यता प्रदान नहीं की थी। लेकिन अब केंद्र सरकार ने पटना हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में इस पाठ्यक्रम को मान्यता देने का निर्णय लिया है।