धनबाद: धनबाद के व्यवसायी व पूंजीपतियों के नाक में दम करने वाले आशिष रंजन व सतीन गुप्ता ऊर्फ गांधी जल्द ही जेल सलाखों के पीछे होंगे। उनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कप्तान ने रणनीति बनाई है। रांची होटवार जेल में बंद अमन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने तथा भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या में शामिल गांधी की तलाश पुलिस फिर एक बार शुरू कर दी है। एसएसपी संजीव कुमार के निर्देश पर गांधी तथा आशीष रंजन को पकड़ने के लिए पुलिस की तीन टीम गठित हुई है। पुलिस की एक टीम रविवार को ही बंगाल रवाना हुई है।
वहीं दूसरी टीम को यूपी भेजा जा रहा है। पुलिस को यकीन है कि दोनों की गिरफ्तारी के बाद शहर में रंगदारी के लिए फोन करने का सिलसिला थम जाएगा। ऐसे भी अमन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने के इस खेल में पुलिस ने पहले ही आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सतीश गुप्ता उर्फ गांधी और आशीष रंजन दोनों पुराने दोस्त हैं।
जेल से निकालकर विकास सिंह को ले गई बैंकमोड़ पुलिस
भाजपा नेता हत्याकांड में विकास सिंह को 48 घंटे के पुलिस रिमांड पर बैंक्मोड़ पुलिस ले गई हैं। विकास सिंह से सतीश गुप्ता उर्फ गांधी के बारे में पूछताछ करेगी। दरअसल विकास सिंह पर आरोप है कि भाजपा नेता की हत्या के लिए। गांधी को आर्थिक मदद तथा हथियार विकास सिंह ने ही उपलब्ध कराए थे। भाजपा नेता की हत्या के लिए विकास सिंह ने सतीश गुप्ता को पांच लाख रुपए भी दिए थे। यहां तक की भाजपा नेता की हत्या की प्लानिंग भी अपराधियों ने विकास सिंह के घर में बैठकर बनाई थी। यह बात पुलिसिया छानबीन के दौरान आया था।
इन दोनों का नाम पहली बार जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड में आया था। उसके बाद दोनों जेल में बंद यूपी के कुख्यात अपराधी अमन सिंह के नाम पर रंगदारी मांगने का खेल शुरू कर दिए थे। ऐसे तो भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या में सतीश गुप्ता उर्फ गांधी को पुलिस पहले ही आरोपित बनाया है। इस कांड में साजिशकर्ता के रूप में विकास सिंह भी शामिल है। विकास सिंह दो दिन पूर्व ही न्यायालय में सरेंडर किया है। पुलिस ने उसे 48 घंटे का रिमांड पर भी रिमांड पर भी लिया। विकास सिंह को पूछताछ के लिए रिमांड पर ले गई । ऐसा पुलिस सूत्रों का कहना है।
सतीश सिंह हत्याकांड में विकास से होगी पूछताछ
भाजपा नेता हत्याकांड में पुलिस अब विकास सिंह से पूछताछ करेगी। प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को जो सुराग मिले थे। उसके आधार पर सतीश सिंह की हत्या की कराने के लिए सतीश साव उर्फ गांधी को विकास सिंह ने आर्थिक मदद की है।
यहां तक की हत्या में इस्तेमाल हथियार भी विकास सिंह नहीं उपलब्ध करवाया था। ऐसी आशंका को लेकर ही पुलिस विकास सिंह से पूछताछ करने की तैयारी में जुटी है। भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या मामले में जिस कार से हथियार को बैंकमोड़ मटकुरिया रोड तक भेजा गया था। उस कार के चालक ललन दास की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी थी।
वहीं ललन का साला कृष्णा दास अब भी फरार है। कृष्णा बलियापुर का रहनेवा्ला है। उसके घर से पुलिस ने एक देशी पिस्तौल, गोली, खोखा बरामद की है। जबकि ललन दास के घर से भी एक देशी कट्टा पुलिस को मिला था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही होंडा सिटी कार को पुलिस ने पुटकी से जब्त।
जब्त कार का चालक ललन दास था लिहाजा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजी थी। उससे पूछताछ के दौरान बात सामने आई कि घटना के दिन ललन दास अपने साला कृष्णा के कहने पर एक व्यक्ति को लेकर मटकुरिया आया था। उसी व्यक्ति ने हत्या से पूर्व सतीश की पहचान की। कृष्णा सतीश घटना के दिन होंडा साइन पर था वहीं दो अज्ञात पल्सर थे।