दुमका : आदिवासी किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या और दुमका की बेटी की पेट्रोल डालकर हत्या के विरोध में सोमवार को एक बार फिर दुमका में आक्रोश सड़क पर आ गया। आदिवासी संगठन और भाजपा के आह्वान पर शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अभूतपूर्व बंदी रही। संगठन के सदस्यों ने शहर में कई जगह पर मार्ग जाम कर विरोध जताया। छोटी से लेकर सारी बड़ी दुकानें बंद रही है। सदस्य शाम चार बजे तक शहर में बाइक निकालकर दुकानों पर नजर रखें हुए थे।
बंदी को लेकर एक दिन पहले सूचना जारी होने के कारण सुबह से एक भी दुकान का शटर नहीं खुला। बाइक को छोड़कर एक भी वाहन नहीं चला। सुबह आठ बजे छात्र समन्वय समिति के सदस्यों ने एसपी कालेज के मार्ग जाम कर बंदी शुरू की। इसके बाद छात्रों की आधा दर्जन टुकड़ी तीर घनुष, लाठी व डंडा लेकर शहर में उतरी। हर चौक चौराहाें को जाम कर प्रदर्शन किया। हटिया में सब्जी दुकान को बंद कराया। पूरे शहर में घूमकर एक भी दुकान को खुलने नहीं दी। न तो बस चली और न ही पेट्रोल पंप खुले। मार्ग जाम की वजह से श्रीअमड़ा में ट्रकों की लंबी कतार लगी रही। । सुरक्षा के लिए हर चौक चौराहों पर पुलिस के साथ दंडाधिकारी के साथ मुस्तैद थे। शहर का ऐसा कोई मार्ग नहीं था, जो जाम से बचा हो। शाम चार बजे तक आदिवासी संगठन के सदस्य बाइक से घूमते रहे। दुधानी में मार्ग जाम कर छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक बसंत सोरेन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं ग्रामीण इलाकों में ऐतिहासिक बंदी रही। कई जगह पर लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। वाहनों को चलने नहीं दिया।