गिरिडीह: चार दिन का नवजात बच्चा पुलिस अधिकारी की पैर से दबकर मर गया। घटना गिरिडीह जिले के देवरी थाना कोशोगोंदोदिघी गांव की है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अब जांच के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने नवजात के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया। पुलिस कर्मी आरोपी भूषण पांडेय के घर पहुंची थी। भूषण पांडेय पर मारपीट का केस दर्ज था। जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में थी। पुलिस हर कमरे की तलाशी ले रही थी। घर वालों से बाहर निकलने के लिए कहा गया। पुलिस एक – एक कमरे में जाकर आरोपी की तलाश कर रही थी। घऱ के अंदर ही चार दिन का नवजात भी मौजूद था वह चौकी में सो रहा था।
मृतक बच्चे की मां नेहा देवी ने बताया कि पुलिसकर्मी ससुर भूषण पांडेय को ढूँढ रहे थे। घऱ में छापेमारी के दौरान पुलिस कर्मियों के उसके कमरे में प्रवेश करने के बाद कमरे में मौजूद सदस्य बाहर निकल गए।
भूषण पांडेय ने बताया रात में पुलिस 3 बजकर 20 मिनट पर पहुंची। दरवाजा खोलने के लिए कहा तो किसी ने नहीं खोला लेकिन पुलिस ने दरवाजे को धक्का देकर अंदर प्रवेश कर गयी। पुलिस मुझे तलाश कर रही थी, तो मैं किसी तरह वहां से भाग गया। पुलिस घर में घुसकर मेरी तलाश करने लगी इस बीच घर की महिलाएं डर गयी और बाहर निकल गयी लेकिन चार दिन पहले पैदा हुआ बच्चा पुलिस वालों के पैर के नीचे आ गया।
बच्चा घर के चौकी पर सो रहा था। पुलिस के कमरे से बाहर निकलने के बाद कमरे के अंदर बच्चे के पास गयी थी. बच्चे के शरीर में किसी प्रकार की गतिविधि नहीं थी. परिजनों का कहना है कि पुलिसकर्मी के पैर से दब जाने से मासूम की मौत हो गयी है। दूसरी तरफ इस मामले की जांच की जा रही है।