जमशेदपुर: कोरोना महामारी को देखते हुए उबर कंपनी ने एमजीएम अस्पताल को दी गई 30 लग्जरी कार वापस ले ली है। अब अस्पताल के डॉक्टर, नर्स व कर्मचारियों को अपनी गाड़ी से घर आना-जाना होगा। जिनके पास गाड़ी नहीं है उन्हें रात में ड्यूटी आने में दिक्कत हो सकती है।
हालांकि, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि वैसी परिस्थिति में उन्हें एंबुलेंस से घर भेजा जाएगा। कोरोना की वजह से उबर कंपनी ने लगभग दो महीना पहले एमजीएम को कुल 30 लग्जरी कार मुफ्त में उपलब्ध कराई थी, ताकि इस महामरी के खिलाफ लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स को आने-जाने में परेशानी नहीं हो। इधर, कोरोना काल लंबा खिंचता देख व सरकार की ओर से इन गाड़ियों को आम लोगों के लिए चलने की अनुमति दिए जाने के बाद उबर ने अपनी सेवा वापस ले ली है।
कंपनी ने मुफ्त में उपलब्ध कराई थी सेवा
उबर कंपनी द्वारा अस्पताल को यह सेवा मुफ्त में उपलब्ध कराई गई थी। कंपनी की ओर से गाड़ी के साथ ड्राइवर व तेल भी उपलब्ध कराया गया था। मालूम हो कि लॉकडाउन की वजह से स्वास्थ्य कर्मियों को अस्पताल आने-जाने में काफी परेशानी होती थी। अधिकतर कर्मचारियों के पास यातायात की सुविधा नहीं है, जिसके कारण उन्हें पैदल ही आना-जाना पड़ता था। कई बार अस्पताल प्रबंधन उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से घर पहुंचाता था। इसे देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने उबर कंपनी से संपर्क किया था। उबर कंपनी भी तैयार हो गई थी। एक शिफ्ट में दस कार उपलब्ध रहती थी। उनके साथ चालक व डीजल भी कार में भरपूर रहता था।
आइसोलेशन वार्ड में 90 से अधिक संदिग्ध मरीज भर्ती
एमजीएम अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लगभग एक महीने से 90 से अधिक कोरोना के संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। इनकी ड्यूटी में एक दर्जन से अधिक डॉक्टर, नर्स व टेक्नीशियन तैनात हैं। पहले ये ड्यूटी कर निकलते थे तो उनके लिए उबर कंपनी की कार लगी रहती थी, लेकिन अब खुद की गाड़ी से घर जाना होगा।