रांची: महंगाई के खिलाफ कांग्रेस देशव्यापी प्रदर्शन के तहत शुक्रवार को झारखंड की राजधानी रांची में भी कांग्रेस कार्यकर्त्ताओ ने जोरदार प्रदर्शन किया। राजभवन के अंदर प्रवेश करने की कोशिश कर रहे कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं के साथ सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान कई महिला कार्यकर्त्ताओं को चोट भी आयीं है। वहीं कांग्रेस कोटे से गठबंधन सरकार में शामिल राज्य के वित्तमंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषिमंत्री बादल, विधायक दीपिका पांडेय सिंह समेत अन्य विधायकों, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे को हिरासत में ले लिया गया और मोरहाबादी मैदान में बनाये गये कैंप जेल में ले जाया गया।
रांची के अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि जिस तरह से कांग्रेस कार्यकर्त्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए राजभवन के मुख्य द्वार तक जा पहुंचे, उसके कारण पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा और कार्यकर्त्ताओं को राजभवन के मुख्य द्वार से हटा दिया गया है। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्त्ताआंे को सिर्फ जाकिर हुसैन पार्क के निकट ही प्रदर्शन की अनुमति दी गयी थी, लेकिन प्रदर्शनकारी राजभवन के मुख्य द्वार पर जा पहुंचे, इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को राजभवन के मुख्य गेट से हटाने के साथ ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया और चारों मंत्रियों के अलावा अन्य विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मोरहाबादी स्थित फुटबॉल स्टेडियम में बनाये गये कैंप जेल ले जाया गया है।
प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि महंगाई और अग्निवीर समेत केंद्र सरकार की अन्य गलत नीतियों के खिलाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में देशव्यापी संघर्ष जारी रहेगा और जनता की आवाज को तानाशाही केंद्र सरकार दबा नहीं सकती है। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा कह रहे है कि आज महंगाई नहीं है, वहीं बीजेपी के दूसरे सांसद डॉ. निशिकांत दूबे कह रहे है कि सरकार सभी को निःशुल्क भोजन करा रही है, जनता आने वाले समय में इन्हें करारा जवाब देगी।