धनबाद। पूरी दुनिया में कोरोना हाहाकार मचाए है। कई वस्तुओं की सतह पर अपनी मौजूदगी के माध्यम भी यह आपको संक्रमण का शिकार बना सकता है। ऐसे में धनबाद के IIT(ISM) (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विज्ञानियों ने अल्ट्रावॉयलेट रेडियेशन का प्रयोग कर ऐसे यूवीसी स्टेरिलाइजर कक्ष का निर्माण किया है जो विकिरण के माध्यम से कोरोना समेत अन्य वायरस, बैक्टीरिया और कवक का काम तमाम करेगा।
इस प्रणाली को डिजाइन करने वाले टीम के प्रोजेक्ट इंचार्ज प्रोफेसर एआर दीक्षित ने बताया कि संबंधित वस्तु मसलन मास्क, उपकरण या कुछ और, जिसमें कोरोना के मौजूद होने का संदेह है उन्हें इसमें रखना होगा। वह कोरोना मुक्त हो जाएगी। टीम में शामिल प्रो. अरुण दयाल, आशीष कुमार और आशीष सिद्धार्थ ने भी इसे डिजाइन करने में सहयोग दिया। प्रो. दीक्षित कहते हैं कि कोविड-19 महामारी गंभीर चिंता का विषय है। अभी तक इसकी दवा या वैक्सीन भी जनता के लिए उपलब्ध नहीं है। इसलिए इससे बचने के हर उपाय होने चाहिए।
कीटाणुनाशक कक्ष को ISM के केंद्रीय निर्माण सुविधा में डिजाइन और निर्मित किया गया है। इसमें विभिन्न आकार की वस्तुओं को समायोजित करने के लिए दो कक्ष बनाए गए हैं। इनको वायरस या जीवाणु मुक्त करने को आवश्यक समय उस वस्तु के आकार और प्रकार पर निर्भर करता है। हालांकि बड़े कक्ष में करीब तीन मिनट और छोटे में एक मिनट तक का समय लगता है। इसे बनाने में तकनीकी सहयोग डॉ. एमआर सिंह, प्रो एसके शर्मा और भौतिकी विभाग के प्रो. ए कर का रहा।