रांची: कोरोना संकट के दौरान तकरीबन 200 (अब तक183) बच्चे अपने मां-पिता दोनों को खो बैठे. कई परिवारों पर कोरोना कहर बन कर टूटा. राज्य सरकार के स्तर से ऐसे बच्चों की तलाश जारी है जिनके अभिभावक दूसरी लहर की चपेट में आ गये.
अब पूर्व सीएम रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन से मांग की है कि अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए जल्द से जल्द बाल सेवा योजना शुरू की जाये. इस संबंध में सीएम को लेटर भी लिखा है.
कहा है कि केंद्र सरकार के अलावा उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश आदि राज्य सरकारों ने भी अनाथ बच्चों की मदद के लिए कई तरह की सेवा योजनाओं की घोषणा की है.झारखंड सरकार भी राज्य के अनाथ बच्चों के संरक्षण, भरण-पोषण, शिक्षा, चिकित्सा की व्यवस्था आदि के लिए बाल सेवा योजना के तहत प्रतिमाह एकमुश्त सहयोग राशि प्रदान करने की व्यवस्था करे.
बने कारगर योजना
शनिवार को लिखे पत्र में रघुवर दास ने कहा कि झारखंड एक अति पिछड़ा राज्य है. यहां के निवासियों की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर है.ऐसे में झारखंड के अनाथ बच्चों के लिए केंद्र की ओऱ से पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना से लाभान्वित किये जाने की पहल हुई है.इस कठिन परिस्थिति में राज्य सरकार भी पहल करे. अपने राज्य के अनाथ हुए नौनिहालों की देखभाल एवं अच्छे भविष्य के लिए सार्थक कदम उठाये.
अनाथ बच्चों को मासिक वित्तीय सहयोग दिया जाये. उनकी निजी जरूरतों को पूरा करने के लिए मदद करें. पैरों पर खड़ा होने तक सरकारी मदद के लिए कारगर योजना तैयार करें तथा उस पर पहल करें.उन्होंने सीएम से आग्रह किया है कि 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए आवास की विशेष व्यवस्था करें. खास कर ऐसे बच्चे जिनका कोई संरक्षक नहीं है. आवास संबंधी खर्च राज्य सरकार के स्तर से वहन किया जाये.