नई दिल्ली: क्या किसी एक शख्स को दो अलग-अलग कोरोना वैक्सीन दी जा सकती है? इस सवाल पर आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगले अपडेट तक कोरोना वैक्सीन की मिक्सिंग नहीं की जा सकती है. दो खुराक वाले टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सीन के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
दरअसल, पिछले दिनों यूपी सिद्धार्थनगर जिले में एक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण के दौरान 20 लोगों को पहली खुराक में कोविशील्ड जबकि दूसरी खुराक में कोवैक्सीन (काकटेल) लगाया गया था. इस लापरवाही के मामले में सरकार ने जांच के आदेश दिए थे और मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) ने एएनएम, प्रतिरक्षण (इम्यूनाइजेशन) अधिकारी और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बढ़नी के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की थी.
इसी के बाद सवाल उठ रहे थे कि क्या किसी एक शख्स को दो अलग-अलग कंपनी की वैक्सीन दी जा सकती है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अगले अपडेट तक कोविड के टीकों का मिश्रण प्रोटोकॉल नहीं है.
नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने साथ ही कहा कि कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो खुराक लगाए जाने की समय सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ”कोविशील्ड की पहली डोज लेने के बाद, दूसरी डोज 12 हफ्ते बाद दी जाएगी. कोवैक्सीन की भी दो डोज दी जाएगी, दूसरी डोज 4 से छह सप्ताह के बीच में लगाई जाएगी.”
वैक्सीन की किल्लत के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईसीएमआर के चीफ बलराम भार्गव ने कहा कि जुलाई या अगस्त की शुरुआत तक कोविड-19 के पर्याप्त टीके उपलब्ध होंगे जिससे प्रति दिन एक करोड़ लोगों को टीका लगाया जा सकेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में अब तक कोविड-19 टीके की 21.58 करोड़ से अधिक खुराक लगायी जा चुकी हैं. इसने बताया कि सोमवार को 18-44 साल आयु वर्ग के 12,23,596 लोगों को टीके की पहली खुराक दी गयी जबकि 13,402 को दूसरी खुराक लगायी गयी.