राँची: झारखण्ड के खूँटी जिले में भाकपा माओवादियों ने ऑपरेशन प्रहार के खिलाफ 26 अप्रैल को संपूर्ण भारत बंद का ऐलान किया है।इससे पहले माओवादियों ने खूंटी जिले के मुरहू में पोस्टरबाजी कर भारत बंद का ऐलान किया है।माओवादियों के द्वारा किए गए पोस्टरबाजी में कहा गया है, कि बिहार के गया जिले में एसपीओ द्वारा पीएलजीए के चार कमांडरों को जहर खिलाकर हत्या की और पुलिस ने मुठभेड़ का रंग देकर इसका प्रचार किया।इसके खिलाफ 26 अप्रैल को भारत बंद सफल करें। पोस्टरबाजी की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंच कर सभी पोस्टर को जप्त कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
नक्सलियों के द्वारा किए पोस्टर बाजी में कहा गया है कि किसान आंदोलन और विभिन्न संघर्षों पर केंद्र सरकार के प्रतिवादी दमन के खिलाफ 26 अप्रैल को भारत बंद सफल करें।और भोले भाले गरीब जनता को भाकपा माओवादी के नाम पर गिरफ्तार करना बंद करें. इसके अलावा नक्सलियों के द्वारा की पोस्टर बाजी में कहा गया है कि सुकमा बीजापुर के शानदार सफ़ल संघर्ष को भारत के कोने-कोने में फैला दो।
पुलिसिया अभियान को लेकर बंद का ऐलान:
भाकपा माओवादियों के खिलाफ चल रहे पुलिसिया अभियान के विरोध में संगठन ने भारत बंद का ऐलान किया है. भाकपा माओवादी के केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने बीते 20 मार्च को प्रेस रिलीज जारी कर 26 अप्रैल को भारत बंद को सफल बनाने की अपील की थी. माओवादियों ने लिखा है की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नेतृत्व में पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों की 2020 अक्टूबर में बैठक हुई थी, जिसमें 2021 के जून तक निर्णायक अभियान चलाने का निर्णय हुआ था, नक्सल आंदोलन को कुचलने के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षा बलों को भेजा जा रहा है, छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से साजो समान पहुंचाया जा रहा है, इसके विरोध में 26 अप्रैल को भारत बंद बुलाया गया है।भाकपा माओवादियों के सेंट्रल कमेटी के प्रवक्ता अभय ने लिखा था कि एक अप्रैल से लेकर 25 अप्रैल तक क्रांतिकारी प्रचार के साथ-साथ आंदोलन को जारी रखने का काम किया जाएगा।इस दौरान अलग-अलग जगह पर सरकार के दमन नीति के खिलाफ लोगों को जागरूक किया जाएगा।