खूंटी जिला अंतर्गत मुरहू के इठ्ठे गांव से कानू मुंडा की अगवा कर हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. इस मामले का मास्टरमाइंड कानू का चचेरा भाई ही निकला. पुलिस ने इस मामले में मृतक का चचेरा भाई सागर मुंडा और सीनू मुंडा, उलिहातू निवासी अमरजीत पूर्ति, सेरेंगडीह निवासी अनमोल टूटी और तिनतिला निवासी जयमसीह ओड़ेया को गिरफ्तार किया है.
मृतक का सर और धड़ अलग-अलग स्थानों पर मिला
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर अलग-अलग स्थानों से मृतक के सर और धड़ को बरामद किया है. मृतक का धड़ तपकरा थाना क्षेत्र के गोपला और कमड़ा के पास स्थित जंगल से बरामद किया गया है. वहीं, सर मुरहू थाना क्षेत्र के पेलोल के समीप से मिला है. अपराधियों ने शव को छुपाने के नियत से दफन कर दिया था. वहीं, शव को गलाने के लिए नमक भी डाल दिया था. रविवार को पुलिस आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची और दंडाधिकारी के उपस्थिति में शव को बरामद किया. इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
जमीन विवाद के कारण कानू की हुई हत्या
मालूम हो कि सागर मुंडा ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक दिसबंर को कानू मुंडा को बहला-फुसला कर अपहरण कर लिया था. इसके बाद एक दिसंबर को ही उसकी हत्या कर दी थी. हत्या कर वो ओड़िशा की ओर भागने की फिराक में था. हत्या के पीछे जमीन विवाद का कारण बताया जा रहा है.
हत्या के बाद सिर के साथ फोटो खिंचवाया
सागर मुंडा और उसके सहयोगियो ने कानू मुंडा को जंगल के अंदर ले जाकर हत्या कर दी. पहले धारदार हथियार से वार कर उसे मारा. इसके बाद शव को घसीटकर और घने जंगल में ले गया. जहां उसका सिर काट कर अलग कर दिया. इसके बाद सभी आरोपियों ने कटे हुए सिर को हाथ में लेकर फोटो खिंचवाया था. शव के ऊपर सिर रखकर भी फोटो लिया. इसके बाद शव को दफन कर ऊपर से पत्तों को ढक दिया. फिर सिर को लेकर जाकर पेलोल में दफन कर दिया.
एसडीपीओ के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
शव को बरामद करने के लिए रविवार को एसडीओ अमित कुमार के नेतृत्व में पुलिस आरोपियों को लेकर घटनास्थल पर पहुंची. जहां दंडाधिकारी मुरहू सीआई शैलेस कुमार की उपस्थिति में शव बरामद किया गया. पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी भी करायी गयी. इस दौरान इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, मो शाहिद रजा, तपकरा थाना प्रभारी विक्रांत कुमार, मुरहू थाना प्रभारी चूड़ामनी टुडू सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी उपस्थित थे.