पलामू जिले के तरहसी प्रखंड की सेलारी पंचायत क्षेत्र के छेचानी मध्य विद्यालय में मध्यान्ह भोजन योजना (एमडीएम) के गर्म माड़ में गिरकर गंभीर रूप से झुलसी आंगनबाड़ी केन्द्र की दोनों बच्चियों (आपस में बहन) की मौत हो गई है. दोनों का इलाज रांची रिम्स के बर्न वार्ड में चल रहा था. इसी क्रम में मंगलवार की देर शाम छोटी बहन ब्यूटी कुमारी और बुधवार की सुबह बड़ी बहन शिबू की इलाज के दौरान मौत हो गई.
इसकी पुष्टि तरहसी के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सचिदानंद महतो ने की है. उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि तमाम प्रयास के बावजूद उक्त बच्चियों की जान बचाने में हम कामयाब नहीं हो पाए.
बता दें कि गत 24 नवम्बर को छेचानी मध्य विद्यालय में मध्याहन भोजन के लिए बनाए गए चावल का गर्म माड़ खुले में रख दिया गया था. मध्य विद्यालय के पुराने भवन में गांव का आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित होता है. यहां परमेश्वर साहू की दो पुत्री शिबू कुमारी एवं ब्यूटी कुमारी आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई करने आई थी. खेलने के क्रम में दोनों बहन गर्म माड़ से भरे टब में गिर गई थी.
आनन फानन में दोनों को इलाज के लिए मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच में भर्ती कराया गया था. दो दिनों के बाद दोनों को मेदिनीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए रांची रिम्स ले जाने का निर्णय लिया गया था. 27 नवम्बर की देर रात तरहसी के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सचिदानंद महतो ने अपनी देखरेख में दोनों बच्चियों को इलाज के लिए रांची रिम्स के बर्न वार्ड में भर्ती कराया था. साथ ही जिला प्रशासन से निर्गत 50 हजार रूपये का चेक प्रदान किया था.
12 दिन बाद तोड़ा दम
रांची रिम्स के बर्न वार्ड में इलाज के दौरान 12 दिन बाद छोटी बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि 13वे दिन बड़ी बहन की मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों में चीख-पुकार मची हुई है. माता पिता और अन्य लोगों का रो रो कर बुरा हाल है.
इधर प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी परमेश्वर साव ने संकुल साधन सेवी की रिपोर्ट पर सचिव सह प्रधानाध्यापक उमा देवी से स्पष्टीकरण पूछते हुए उन्हें सचिव सह प्रधानाध्यापिका के पद से हटा दिया है. संयोजिका शोभा देवी और रसोईया कालो देवी एवं सविता देवी को कार्य मुक्त कर दिया गया है. विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र साव को भी शोकॉज किया गया है. सेविका अनिता देवी को भी शोकॉज किया गया था, लेकिन हटाने या चयनमुक्त करने की कार्रवाई अबतक नहीं की गई है.