दिल्ली :भारतीय रेलवे ने देशभर में फंसे हुए लोगों को ले जाने के वास्ते विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों के लिए दिशा-निर्देश जारी किये है. रेलवे ने कहा है कि क्षमता की 90 प्रतिशत मांग होने पर ही विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां चलाई जानी चाहिए और राज्यों को टिकट का किराया लेना चाहिए.किराया वसूलने के बयान पर रेलवे की तीखी आलोचना हो रही है.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक पत्र लिखकर यह घोषणा की है कि वापस घर जा रहे मजदूरोें का किराया कांग्रेस पार्टी वहन करेगी. सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक पत्र लिखते हुए कहा है कि विदेश में फंसे लोगों को देश मुफ्त में लाया जा सकता है लेकिन श्रमिकों से किराया वसूला जा रहा है.सोनिया ने अपने बयान में कहा है, ‘प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक और कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी और जरूरी कदम उठाएगी.
रेलवे ने कहा कि स्थानीय राज्य सरकार प्राधिकार टिकट का किराया एकत्र कर और पूरी राशि रेलवे को देकर यात्रा टिकट यात्रियों को सौंपेंगी.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने सोनिया गांधी का एक बयान जारी कर कहा है, ‘श्रमिक व कामगार देश की रीढ़ की हड्डी हैं. उनकी मेहनत और कुर्बानी राष्ट्र निर्माण की नींव है. सिर्फ चार घंटे के नोटिस पर लॉकडाऊन करने के कारण लाखों श्रमिक व कामगार घर वापस लौटने से वंचित हो गए. 1947 के बंटवारे के बाद देश ने पहली बार यह दिल दहलाने वाला मंजर देखा कि हजारों श्रमिक व कामगार सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल घर वापसी के लिए मजबूर हो गए.’
उन्होंने अपने बयान में लगातार मजदूरों की मजबूरी दिखाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा, ‘न राशन, न पैसा, न दवाई, न साधन, पर केवल अपने परिवार के पास वापस गांव पहुंचने की लगन. उनकी व्यथा सोचकर ही हर मन कांपा और फिर उनके दृढ़ निश्चय और संकल्प को हर भारतीय ने सराहा भी. पर देश और सरकार का कर्तव्य क्या है? आज भी लाखों श्रमिक व कामगार पूरे देश के अलग अलग कोनों से घर वापस जाना चाहते हैं, पर न साधन है, और न पैसा.’
ये भी पढ़े