रांची. प्रवासी मजदूरों के कारण कोरोना संक्रमण के तेज प्रसार ने राज्य में सरकारी स्कूलों के खुलने पर ग्रहण लगा दिया है. शिक्षा विभाग ने एक जून से स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया था. पर 31 मई तक लॉकडाउन फिर बढ़ जाने के कारण शिक्षा विभाग अब अपने फैसले पर पुनर्समीक्षा करना चाहता है. समीक्षा के बाद स्कूल खोलने पर नया आदेश जारी होगा. हालांकि जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक स्कूल खोलने के विचार को स्थिति सामान्य होने तक टाल दिया जा सकता है.
राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में बच्चों की सुरक्षा सबसे ऊपर है. एक जून से स्कूल खोलने की तैयारी थी, मगर लॉकडाउन बढ़ने और प्रवासियों के कारण बढ़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए अब विभाग समीक्षा के बाद ही अंतिम निर्णय लेगा.
राज्य में करीब 35 हजार सरकारी स्कूल
राज्यभर में करीब 35 हजार सरकारी स्कूल हैं, जिनमें 40 लाख बच्चे पढ़ते हैं. शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों निर्देश जारी करते हुए एक जून से आंशिक और 15 जून से सभी क्लास शुरू कराने का जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र लिखकर आदेश दिया था. स्कूलों में पढ़ाई शुरू कराने के लिए प्रारंभिक तैयारियां पूरी कराने को भी कहा था, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई, मास्क की अनिवार्यता आदि सुनिश्चित करना था.
शिक्षक संघ ने जताई थी आपत्ति
हालांकि शिक्षक संघ ने एक जून से स्कूल खोलने के विभाग के निर्णय पर पहले ही आपत्ति जता दी थी. संघ का कहना था कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिस तरह के संसाधन स्कूलों में होने चाहिए, वैसे नहीं हैं. इससे बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों को परेशानी होगी. बता दें कि राज्य के करीब दो हजार सरकारी स्कूलों में फिलहाल क्वारंटाइन सेंटर भी चल रहा है.