पाकुड़। झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में बच्चा चोर गिरोह सक्रिय हैं। यह गिरोह बच्चों को चुरा लेता है। इसके बाद पश्चिम बंगाल में ले जाकर बेचता है। पाकुड़ में पकड़े गए बच्चा चोर मनिरुद्दीन शेख ने पुलिस ने सामने स्वीकार किया है कि बच्चों को पश्चिम बंगाल में ले जाकर बेचा जाता है। अब पुलिस मनिरुद्दीन को जेल से रिमांड पर लेकर बच्चा चोर गिरोह तक पहुंचने की कोशिश करेगी। इसके लिए पुलिस ने रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
बच्चा चोर के पास से छह साल की बच्ची बरामद
पाकुड़ के चांदपुर में बच्चा चोर पकड़ाया है जिसका नाम मनिरुद्दीन शेख है। वह छह साल की एक बच्ची को लेकर बंगाल जा रहा था। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि वह बच्ची को बंगाल में बेच देता। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है। बच्चा चोर गिरोह के राज जानने के लिए जल्द पुलिस मनिरुद्दीन को रिमांड पर लेगी। पश्चिम बंगाल में बच्चा खरीदने वाले के राज जानने के लिए पुलिस ने अनुसंधान आगे बढ़ाया है। मनिरुद्दीन संग्रामपुर का रहने वाला है। मुफ्फसिल थाना के मनीरामपुर गांव में के खुर्शीद अली का अली का घर है। घर के बाहर उनकी छह साल की बेटी खेल रही थी। मंगलवार की शाम में बच्ची को बहला फुसला कर मनिरुद्दीन गोद में उठा कर चल दिया। कुछ देर तक बच्ची को फुसलाता रहा। घर से कुछ दूर जाने के बाद बच्ची रोने लगी। झारखंड बंगाल की सीमा के गांव चांदपुर तक मनिरुद्दीन पहुंचा तो बच्ची जोर जोर से रोने लगी।
पुलिस की सख्ती के बाद खोला राज
चांदपुर के ग्रामीणों को शक हुआ। उन लोगों ने मनिरुद्दीन को रोका। बच्ची के बारे में पूछताछ की। मनिरुद्दीन ने सफाई दी कि वह बच्ची का रिश्तेदार है। इसलिए उसे लेकर जा रहा है। ग्र्रामीणों ने बच्ची से पूछताछ शुरू की तो मनिरुद्दीन घबरा गया। इसके बाद लोगों का शक बढ़ गया। उन लोगों ने मनिरुद्दीन की पिटायी शुरू की। पुलिस को भी सूचना दी गयी। इसी बीच चांदपुर के किसी ग्रामीण ने बच्ची को पहचान लिया। उसके पिता को सूचना दी। पिता आये तो उनकी आंखों में आंसू थे। इसी बीच मनिरुद्दीन को थाना लाया गया। प्रभारी थानेदार यदू टुडू ने सख्ती दिखायी तो मनिरुद्दीन ने कबूला कि वह बच्ची को पश्चिम बंगाल में ले जाकर बेच देता।