रांची: तस्करों के चंगुल से चंगुल से मुक्त करा कर झारखंड के 14 नाबालिगों को बुधवार को दिल्ली से रांची लाया गया है। इनमें 12 लड़कियां और 2 लड़के शामिल है। इन्हें गरीब रथ एक्सप्रेस से रांची लगाया। इन किशोर और किशोरियों को झारखंड महिला विकास समिति ने मुक्त कराया है। मुक्त कराए गए सभी पश्चिम सिंहभूम, पाकुड़, साहिबगंज, सिमडेगा, गोड्डा, गुमला और खूंटी के रहने वाले हैं।
इनमें पूर्वी सिंहभूम जिला की एक, पश्चिम सिंहभूम जिला की पांच, पाकुड़ की एक, साहिबगंज की दो, सिमडेगा की एक, गोड्डा की दो, गुमला की एक, खूंटी की एक लड़की है। किशोर और किशोरियों को एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र की टीम गरीब रथ ट्रेन से लेकर रांची रेलवे स्टेशन पहुंची और उसके बाद सभी बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने पेश किया गया है।
जानकारी देने से बच रहे हैं अधिकारी
अभी सभी किशोर व किशोरियां चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के दफ्तर में हैं। वहां इनसे पूछताछ की जा रही है। इनकी सहमति के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कोई भी अधिकारी मामले की डिटेल जानकारी देने से बच रहे हैं। दिल्ली से इनके साथ आने वालों में समिति के सुनील कुमार गुप्ता, निर्मला खलखो, मंजू कुमारी, अंकिता मिश्रा शामिल हैं।
3 महीने पहले 44 बच्चों को एयरलिफ्ट करा के लाया गया था
इससे पहले नवंवर में भी दिल्ली से तस्करों के चंगुल से मुक्त हुए 44 बच्चों को झारखंड लाया गया था। ये बच्चे पिछले एक साल से ज्यादा समय से दिल्ली के विभि्न बालगृह में रह रहे थे। तब सीएम ने घोषणा की थी कि तस्करों के चुंगल से मुक्त नाबालिग हैं बच्चों को बालिग होने तक प्रति माह दो हजार रुपए दिए जाएंगे।