रांची: सदर थाना क्षेत्र स्थित खोरहा टोली में बारिश पानी के तेज बहाव में बहने वाले बाइक सवार युवक का दो दिनों बाद भी कुछ पता नहीं चल सका है। बुधवार को भी स्वर्णरेखा नदी में एनडीआरएफ की टीम ने युवक को ढूंढने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। बता दें कि हजारीबाग निवासी उमेश राणा दो दिन पहले कोकर के खोरहा टोली स्थित पुलिया से बाइक समेत बारिश के बाद उफनाए नाले के पानी में बह गया था। उमेश राणा अरगोड़ा स्थित एक दुकान में कारपेंटर का काम करता था।
मंगलवार को भी एनडीआरएफ ने की थी तलाश
नामकुम तेतरटोली स्थित स्वर्णरेखा नदी में एनडीआरएफ की टीम ने मंगलवार को भी उमेश राणा को ढूंढा था लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया था। वहीं मंगलवार सुबह स्थानीय लोगों के सहयोग से उमेश की बाइक को बरामद कर लिया गया था। दो दिनों से लगातार उमेश के परिजन भी हताश और परेशान हैं।
उमेश पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर था। वह सोमवार को अपने गांव हजारीबाग के दारू प्रखण्ड के जरगा से कोकर लौटा था। शाम को उसके साथ हादसा हो गया था। स्थानीय लोगों ने मंगलवार की सुबह पुलिया से लगभग 400 मीटर नाला के किनारे से झाड़ियों में फंसे बाइक को निकाला था और पुलिस को इसकी सूचना दी थी। बाइक में लगे नंबर के आधार पर युवक की पहचान हजारीबाग निवासी उमेश राणा के रूप में की गई थी।
जहां बहा था उमेश वहां बनेगा नया पुल, प्राक्कलन होगा तैयार
नगर निगम के वार्ड नंबर 7 स्थित खोरहा टोली पुल से उमेश राणा के बहने के बाद निगम की नींद खुली है। अब यहां बनी छोटी पुलिया की जगह बड़ा पुल बनाया जाएगा। ताकि भविष्य में इस प्रकार का हादसा न हो। बारिश के दिनों में पुल पर पानी न आए, इसके नीचे से आराम से गुजर जाए। नए पुल के निर्माण को लेकर डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय के साथ चीफ इंजीनियर रमाशंकर राम, कार्यपालक अभियंता रमेश सिंह पुल के पास पहुंचे। अभियंताओं के द्वारा पुल का निरीक्षण किया गया। मौके पर ही डिप्टी मेयर ने इंजीनियरों से कहा कि भविष्य में यहां ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए तीन दिनों के अंदर नए पुल के निर्माण का प्राक्कलन तैयार करें। इसके लिए पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं से भी मदद ली जाए। डिप्टी मेयर के अनुसार प्राक्कलन बनने के बाद निगम बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को रखकर इसे मंजूरी दी जाएगी। नया पुल बनने के बाद यहां जान-माल की क्षति होने का अंदेशा नहीं रहेगा।
एक साल से निगम के अधिकारियों को दे रहे सूचना
खोरहा टोली के पुलिया में कभी भी हादसा हो सकता है। इस बात की जानकारी स्थानीय पार्षद द्वारा बीते एक साल से निगम के अधिकारियों को दी जा रही थी। लेकिन किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। इस संबंध में वार्ड सात की पार्षद सुजाता कच्छप का कहना है कि इस पुल पर किसी तरह की दुर्घटना न हो इसके लिए पिछले एक साल से निगम अधिकारियों को पत्र लिख कर सूचना दी जा रहा थी। मगर इस बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसका खामियाजा सोमवार को हुई दर्दनाक हादसा से चुकाना पड़ा।