धनबाद: धनबाद में रेलकर्मी रामचंद्र की हत्या का खुलासा का बड़ा खुलासा हुआ है। रामचंद्र की पत्नी ने सरकारी नौकरी के लालच में अपने ही दोस्त के साथ मिलकर पति की हत्या का षड्यंत्र रचा। जानकारी के मुताबिक दोनों ने यह षड्यंत्र भी रामचंद्र के घर पर ही रचा था। जिस समय यह साजिश रची जा रही थी उस वक्त रामचंद्र ड्यूटी पर था। बता दें 10 दिसंबर को रामचंद्र यादव की पत्नी जीरा देवी ने पिंटू साव को फोन कर बुलाया था। इसके बाद पिंटू साव रात सवा 11 बजे के करीब जीरा देवी के घर पहुंचा और उसके बाद घर पर ही पति की हत्या की रणनीति बनाई।
जानकारी सामने आयी है कि जीरा देवी से बात करने के बाद पिंटू ने हत्या को लेकर कल काम हो जाने का भरोसा दिलाया। 11 दिसंबर को पिंटू साव जब ड्यूटी के लिए निकला उस वक्त घर से चाकू लेकर अपने पास रख लिया। दिन भर वह चाकू लेकर घूमता रहा। शाम साढ़े तीन बजे के करीब जीरा देवी ने जब उसको फोन कर बताया कि उसका पति घर से निकल चुका है, तभी पिंटू ने उसे फोन कर बरवाअड्डा बुलाया और उसे दारू पिलाने के लिए बरवाअड्डा जयनगर जोरिया के पास ले गया।
जानकारी के मुताबिक जयनगर के पास पिंटू के भाई ने एक जमीन खरीदी है। उसी जमीन को दिखाने के बहाने पिंटू रामचंद्र को वहां ले गया था। दोनों ने वहां बैठकर काफी देर तक शराब पी और जब रामचंद्र नशे में धुत हो गया, तो पिंटू ने कमर से चाकू निकालकर रामचंद्र के गले पर वार कर दिया। कई बार चाकू से उसने उसकी गर्दन के पार किया।