कोरोना लॉकडाउन में दिल्ली में फंसे ये यात्री रांची पहुंच तो गये, लेकिन यहां पहुंचने पर भी इनकी मुश्किलें कम नहीं हुईं. रांची स्टेशन से अपने घर जाने के लिए इन्हें ट्रेवल एजेंसी वालों की मनमानी का सामना करना पड़ा. यात्रियों से जमशेदपुर के लिए 3200 से 4000 रुपये वसूले गये, तो साहेबगंज और पाकुड़ के लिए 13 से 14 हजार रुपये तक की मांग ट्रेवल एजेंसी वालों ने की. गाड़ियों की सुविधा नहीं होने के कारण यात्रियों को मजबूरी में इनकी बात माननी पड़ी.
रांची के यात्रियों के लिए सिर्फ बस की व्यवस्था दरअसल रेलवे और जिला प्रशासन ने इन यात्रियों के घर जाने के लिए कोई खास व्यवस्था नहीं की थी. रांची शहरी क्षेत्र के लिए नगर निगम की ओर बसें जरूर थीं, मगर वे भी स्टेशन पर ही खड़ी रहीं, क्योंकि रांची के यात्री अपनी निजी गाड़ी से घर निकल गये. लेकिन रांची से दूसरे शहर या जिला जाने वालों को परेशानी झेलनी पड़ी.
ट्रेवल एजेंसियों ने दी ये सफाई
यात्रियों से मनमाना पैसा लेने के सवाल पर एजेंसीवालों ने बताया कि जिला प्रशासन की अनुमति से 14 रुपये प्रति किलोमीटर रेट फिक्स किया गया है. उसी आधार पर पैसे लिये गये हैं. उधर स्टेशन पर यात्रियों को सुविधा देने पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारी भी ट्रेवल एजेंसियों की मनमानी पर चुप्पी साध ली