चतरा: झारखंड के चतरा जिले में भारी बारिश के बाद निरीक्षण पर निकली एक अधिकारी के साथ के अजीव वाक्या हुआ. जिससे शायद सराकर और अधिकारियों को इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की परेशानी समझने में आसानी होगी. योजना निरीक्षण के लिए नोनगांव पंचायत जा रही पत्थलगडा बीडीओ मोनी कुमारी की गाड़ी शनिवार को ढाब नदी में फंस गयी. ढाब नदी पर पुल नहीं होने की वजह से ड्राइवर ने गाड़ी को नदी से होकर निकालना चाहा. पर गाड़ी नदी की धार में फंस गयी. संयोग से नदी में ज्यादा पानी नहीं था. वरना बड़ी घटना हो सकती थी.
इधर, ड्राइवर द्वारा काफी मशक्कत के बाद भी जब गाड़ी नदी से बाहर नहीं निकली तो BDO को पैदल ही नदी पार कर निरीक्षण स्थल तक पहुंचना पड़ा. वहीं, ग्रामीणों की मदद से ट्रैक्टर के माध्यम से गाड़ी को नदी से बाहर निकाला गया.
चक्रवात तूफान यास के प्रभाव से हुई बारिश के कारण पत्थलगडा की नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. ऐसे में लोगों को नदी पार करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. नोनगांव मुखिया सतीश कुमार और आसपास के ग्रामीणों के सहयोग से काफी मशक्कत के बाद गाड़ी को नदी से बाहर निकाला जा सका.
बताते चलें कि दो दिन पहले भी भुराही नदी में पानी आ जाने से पुलिस प्रशासन को काफी फजीहत उठाना पड़ी थी. हत्या के बाद शव को उठाने के लिए पुलिस को 4 किमी जाने के लिए 100 किमी सिमरिया के रास्ते सीनपुर गांव जाना पड़ा था.