कोडरमा: सदर अस्पताल से शनिवार को फरार गर्भवती महिला को पुलिस ने उसके घर से रविवार दोपहर बरामद कर लिया। महिला ने शनिवार की रात एक निजी क्लीनिक में बच्चे को जन्म दिया और फिर नवलशाही थाना अंतर्गत ग्राम ताराटांड स्थित अपने घर पहुंच गई। इधर, प्रसव कराने वाले क्लीनिक में पहुंची टीम ने संचालक से क्लीनिक के निबंधन सहित अन्य कागजात मांगा, जिसपर संचालक की ओर से कोई कागजात नहीं दिखाया गया। इसके बाद जांच टीम ने क्लीनिक के ऑपरेशन थिएटर, एक्स-रे मशीन के कमरे को सील कर दिया। साथ ही संक्रमित महिला के संपर्क में आने वाले क्लीनिक संचालक समेत सभी कर्मियोंं को क्लीनिक में ही होम क्वारैंटाइन कर दिया।
बताते चलें कि सदर अस्पताल में कोरोना जांच को लेकर पहुंची एक गर्भवती महिला के पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसके वहां से अचानक गायब हो जाने से पूरे अस्पताल में अफरा तफरी मच गई थी। अस्पताल प्रशासन द्वारा पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी देते हुए जिले के अन्य अस्पतालों को इस मामले में सूचित किया गया। अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. रंजन ने बताया कि गर्भवती महिला को उसके परिजनों द्वारा प्रसव के लिए सदर अस्पताल लाया गया था, जहां ट्रूनैट से कराए गए जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसी दौरान वह गर्भवती महिला अपने परिजनों के साथ वहां से अचानक गायब हो गई। मोबाइल से परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की गई, मगर परिजनों द्वारा कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया गया।
नवजात के रोने की आवाज से पुलिस ने महिला को बरामद किया
प्रसव के बाद महिला अपने घर नवलशाही थाना क्षेत्र के ताराटांड पहुंच गई थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस उसे बरामद करने के लिए उसके घर पर पहुंची। लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। करीब 1 बजे थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान वहां पहुंचे। पूछताछ के दौरान परिजनों में महिला के घर में होने से इंकार कर दिया। पुलिस जब लौटने लगी तभी नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद पुलिस ने उस महिला को नवजात के साथ कोविड अस्पताल में भर्ती कराया।