जमशेदपुर: आदित्यपुर थाना अंतर्गत एमआइजी निवासी मुकेश अग्रवाल और उसकी पत्नी वीणा अग्रवाल ने शनिवार अपने घर में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। वहीं घटना के बाद मायका पक्ष के लोग दोनों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने जांच कर दोनों को मृत घोषित कर दिया।
जबकि मामले में मायका पक्ष के लोगों ने वीणा अग्रवाल की सास और ससुर को आरोपी बताया है। साथ ही पुलिस पर मारपीट कर थाने से भगाने का आरोप भी लगाया है। मामले में बहन रीना अग्रवाल ने बताया कि वीणा की शादी तीन साल पहले हुई थी और उसे दो साल का एक बच्चा भी है। शादी के बाद से ही सास और ससुर वीणा से रुपए की मांग करते थे। साथ ही मकान बेचकर रुपए लाने के लिए प्रताड़ित भी किया करते थे।
मायका पक्ष के लोगों ने बताया कि मुकेश अग्रवाल स्वीगी कंपनी में काम करता था और उसी से उसका घर परिवार चलता था। वह भी अपने माता-पिता से काफी परेशान था। घर में उसकी एक नहीं चलती थी। मुकेश पांच भाइयों में सबसे छोटा था। बहन ने बताया कि जब शनिवार दोंनो थाने में शिकायत लेकर गए कि सास और ससुर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं तो थाने में ही उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही उन्हें भगा दिया गया। इससे पहले सास-ससुर भी थाने में पहुंचे थे। थाने में आरोप लगाया था कि वीणा और मुकेश उनकी सेवा नहीं करते हैं। वहीं घटना की जानकारी पाकर अस्पताल पहुंचे मायका पक्ष के लोग दोनों का शव देखकर बार-बार बेहोश हो जा रहे थे। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल था। जिन्हें लोग संभाल रहे थे। मगर वे बार-बार बेसुध होकर गिर जा रही थी। इस दौरान पूरे अस्पताल परिसर में चीख-पुकार मची हुई थी। मायका पक्ष के लोग पुलिस से सास और ससुर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी कर रहे थे।