आज जयपाल सिंह मुंडा की पुण्यतिथि है। रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने उन्हें याद किया। झारखंड आंदोलनकारी संगठनों के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन के प्रथम नेतृत्वकर्ता मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अंतू तिर्की ने कहा कि मरांग गोमके ने जो बृहद झारखंड का सपना देखा था, वह साकार तो नहीं हुआ, लेकिन जो झारखंड बना, जिनके लिए बना, उनको 20 साल बाद भी आज तक अधिकार नहीं मिला। जिन आंदोलनकारियों की बदौलत झारखंड मिला, वे भी आज अपने मान सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। चंद लोगों को चिन्हित कर, जो 3 माह जेल में रहे, उन्हें 3000 और जो 6 माह जेल में रहे, उन्हें 5000 रुपया पेंशन दिया जाता है।
बाकी बचे आंदोलनकारियों को भी चिन्हित कर जेल की बाध्यता को समाप्त कर एक समान रूप से पेंशन दिया जाए। आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से अंतू तिर्की, राजू महतो, भुवनेश्वर केवट, पुष्कर महतो, कुमुद वर्मा, दिवाकर साहू, भाई गोकुल चंद, रामचंद्र मुंडा, गैब्रियल खाखा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।