उत्तराखंड: पिथौरागढ़ में बादल फटने से भारी तबाही मची है. धारचूला में दो गांव में सात मकान गिर गये हैं. मलबे में दबकर 3 बच्चों की मौत हो गयी है. चार लोग अब भी लापता हैं. गांवों में राहत एवं बचाव के लिए दल भेजे गये हैं. बताया गया है कि जिले की सीमा से लगे नेपाल के इलाके में बादल फटने से यह आपदा आयी है. एएनआई के मुताबिक भारी बारिश के बाद लापता हुए 7 लोगों में से पिथौरागढ़ जिले के जुम्मा गांव के पास से तीन बच्चों के शव बरामद किये गये हैं.
पिथौरागढ़ में रविवार देर रात भारी बारिश से जुम्मा गांव में जामुनी तोक में लगभग पांच और सिरौउड़यार तोक में दो आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गये. इसके अलावे भी कई कमानों की क्षति पहुंची है. जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने बताया कि देर रात जुम्मा गांव में अतिवृष्टि के कारण सात लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली थी.
सूचना मिलने के बाद घटना क्षेत्र में राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीम रवाना कर दी गयी थी. वहीं, एनडीआरएफ भी क्षेत्र में भेजी गयी है. इस दौरान टीम ने गांव से दो शव बरामद किये हैं. डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कराने के साथ ही क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश भी दिये हैं.
धामी ने डीएम से कहा- प्रभावितों की पूरी मदद हो
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ डॉ आशीष चौहान से फोन पर बात कर जुम्मा गांव में भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली. सीएम ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावितों को तत्काल हर संभव सहायता उपलब्ध करायी जाए. राहव व बचाव कार्य पूरी क्षमता के साथ चलाए जाएं. घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए.
हेलीकॉप्टर से पहुंचायेंगे मदद
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक घटना स्थल के लिए रवाना हो गये हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू कार्य हेलीकॉप्टर से कराए जाने के लिए क्षेत्र में हेलीपैड तैयार किया जा रहा है.