रांची : बीजेपी के पूर्व सांसद और झारखंड बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दुखा भगत का निधन हो गया. कोरोना संक्रमण के चलते उनकी मौत हो गई. कोरोना होने के बाद उन्हें रिम्स में भर्ती किया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. उनके निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत बीजेपी के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया हैं.
दुखा भगत मूल रूप से लोहरदगा के रहने वाले थे. दुखा भगत कई साल से रांची के अशोक नगर में रह रहे थे. झारखंड में बीजेपी को खड़ा करने वाले नेताओं में से एक थे. वह अपने पीछे अपनी पत्नी, एक बेटी और तीन बेटों को छोड़ गए. दुखा भगत रांची यूनिवर्सिटी में अध्यापन कार्य से भी जुड़े रहे.
रामेश्वर उरांव को चुनाव में दी थी मात
लोहरदगा में 1953 में दुखा भगत का जन्म हुआ था. दुखा भगत ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और वर्तमान मंत्री रामेश्वर उरांव को लोकसभा चुनाव में हरा कर जीत हासिल की था. दुखा भगत 1999 से 2004 तक लोहरदगा के सांसद रहे थे. रांची यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रहे. झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलन में काफी सक्रिय रहे और झारखंड बनने के बाद बीजेपी के पहले प्रदेश अध्यक्ष बने. इसके बाद अस्वस्थ रहने के कारण वे संगठन से दूर हो गए.
अर्जुन मुंडा ने जताया शोक
अर्जुन मुंडा ने लोहरदगा के पूर्व सांसद एवं झारखंड बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रो दुखा भगत जी के निधन पर शोक जताया है. शोक संदेश में उन्होंने कहा है कि भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें. उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है.