चतरा के हाईप्रोफाइल वृद्ध छकौड़ी यादव ब्लाइंड मर्डर केस का 24 घंटों के भीतर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना के बाद एसपी द्वारा गठित एसआईटी को मामले में बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस के अनुसार मृतक की बहू ही हत्याकांड की मास्टरमाइंड है। उसने ही प्रेमी के साथ मिलकर एक साल से चल रहे अपने अनैतिक प्रेम-प्रसंग में बाधक बन रहे वृद्ध ससुर के हत्या की घिनौनी साजिश रची थी। मृतक की छोटी बहू रिंकी देवी के कहने पर ही आरोपी प्रेमी अनिल कुमार ने मयूरहंड थाना क्षेत्र के हुसिया गांव स्थित मुरकटी आहर के समीप विगत 3 सितंबर को छकौड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एसडीपीओ अविनाश कुमार व डीएसपी मुख्यालय केदारनाथ राम के संयुक्त नेतृत्व में गठित एसआईटी ने हत्याकांड का उद्भेदन किया है।
एसआईटी ने आरोपी प्रेमी और मृतक की बहू को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा को भी अम्बाही तालाब से बरामद किया है। गौरतलब है कि घटना के बाद मृतक के परिजनों ने गांव के ही आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध भूमि विवाद में छकौड़ी की हत्या का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस परिजनों के शिकायत पर एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी। लेकिन एसआईटी के पड़ताल में मामला ही उल्टा निकला। घटना को अंजाम भूमि विवाद के बजाय बहु के अनैतिक प्रेम-प्रसंग में दिया गया था। मृतक की बहू का अनिल से प्रेम प्रसंग के शिकायत के बाद परिजनों ने उसे मायके भेज दिया था। जिसके बाद उसे छकौड़ी वापस आने नहीं दे रहा था। इसी को लेकर रिंकी ने प्रेमी के साथ मिलकर उसे रास्ते से हटाने के नियत से घटना को अंजाम दिलवाया था। ताकि वह अपने मायके से वापस ससुराल लौट सके और प्रेमिका से शादी रचा सके।
दोनों को लगता था कि छकौड़ी की हत्या के बाद उनका रास्ता साफ हो जाएगा। इतना ही नहीं दोनों ने घटना के बाद एक दूसरे से शादी तक करने की प्लानिंग कर ली थी। इसे लेकर प्रेमी ने अपने हाथों में हत्याकांड को अंजाम देने के बाद प्रेमिका के नाम का मेहंदी तक रचा लिया था। एसआईटी में थाना प्रभारी रामबृक्ष राम, एसआई अनिरुद्ध सिंह व श्रीराम पंडित समेत अधिकारी व सशस्त्रबल के जवान शामिल थे ।